चंदौली। लखनऊ में 10 से 12 फरवरी तक आयोजित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम का सजीव प्रसारण कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। जिलाधिकारी ईशा दुहन ने अपने विचार रखे।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहतर होने से निवेशकों के लिए अच्छा माहौल है। रेल मार्ग, सड़क मार्ग, जलमार्ग तथा समीप के जनपद वाराणसी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चलते बेहतर कनेक्टिविटी होने से जनपद में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण है। कृषि प्रधान जनपद होने व कृषि उत्पादों की प्रचुर उपलब्धता से यहां फूड इंडस्ट्री में भी काफी संभावनाएं हैं। यूको टूरिज्म के दृष्टि से भी यहां अनेक संभावनाएं हैं, जिन्हें प्रमोट करना आवश्यक है। इस दौरान डीएम ने बताया कि इन्वेस्टर्स समिट के दृष्टिगत अब तक जनपद में 207 निवेशकों ने 12500 करोड़ से अधिक की धनराशि का निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुका है। इसमें एमएसएमई., डेयरी, जैव ऊर्जा, उद्यान, हाउसिंग, हैंडलूम आदि के क्षेत्र में निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इससे जनपद में लगभग 60 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि निवेशक आएं,जनपद में अधिक से अधिक निवेश करें, जिला प्रशासन उनके सहयोग के लिए सदैव तत्पर है। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा अपना स्किल डेवलप करें एवं निवेश के अनुकूल माहौल को देखते हुए उद्यम के क्षेत्र में आगे हैं। इस अवसर जिलाधिकारी द्वारा वाराणसी फीड्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स सूरज कुमार सिंह, केजरीवाल क्रिएशन, श्री बालाजी नेटवर्क्स, सत्या पैकिंग, अग्रवाल एग्रोवेट, उरेहा इंडस्ट्रीज, मस्त फूड प्रोडक्ट, प्रकाश आयरन वर्क, शिवगंगा इंडस्ट्रीज, मिथिला प्राइवेट लिमिटेड आदि कंपनियों के निवेशकों को एमओयू (MOU) का आदान प्रदान किया गया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी एसएन श्रीवास्तव, उपायुक्त उद्योग बीके कौशल, रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष देव भट्टाचार्य सहित अन्य मौजूद रहे।