चंदौली। चकिया कोतवाली पुलिस ने गैंगस्टर को गिरफ्तार किया। वह गिरोह बनाकर गो-तस्करी में संलिप्त था। पुलिस ने सटीक सूचना के आधार पर उसे बरहुआ गांव से गिरफ्तार किया। वह संगठित गिरोह बनाकर पशुओं की तस्करी में संलिप्त था। पुलिस को काफी दिनों से उसकी तलाश थी।
गिरफ्तार आरोपित शाहपुर गांव निवासी प्रमोद कुमार नाउ पुत्र जगनंदन उर्फ यदुनंदन ने बताया कि उनका गिरोह चकिया, अहरौरा, सोनभद्र और मिर्जापुर के कई गांवों से गोवंशों को सस्ते दामों में खरीदकर जंगलों में इकट्ठा करता था। फिर चोरी-छिपे इन्हें बिहार के रास्ते ले जाकर ऊंचे दामों पर बेच दिया जाता था। इन गोवंशों को वध के लिए बेचा जाता था और जो पैसा मिलता था, उसे गिरोह के सदस्य आपस में बांट लेते थे। कुछ समय पहले, इसी गिरोह के दो सदस्य पुलिस द्वारा पकड़े गए थे, जबकि प्रमोद मौके से फरार हो गया था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी।
आरोपित पहले भी गोवंश वध निवारण अधिनियम, पशु क्रूरता अधिनियम, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के तहत फरार चल रहा था। चकिया क्षेत्र के जंगल और पहाड़ियां गो तस्करी के सुरक्षित स्थान माने जाते हैं, लेकिन पुलिस की लगातार कार्रवाई से अपराधियों में भय का माहौल है। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष अतुल कुमार प्रजापति, उप निरीक्षक गंगाधर मौर्य और प्रवीण कुमार सिंह समेत अन्य शामिल रहे।