
चंदौली। नेताओं की बात में आकर किसी नजीते पर पहुंचने से पहले कुछ तथ्य समझ लीजिए। बाबा कीनाराम मेडिकल कालेज पिछड़े जनपद के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है। 100 बेड के जिला अस्पताल की क्षमता मेडिकल कालेज में विलय के बाद तीन गुना बढ़ जाएगी। चिकित्सकों की उपलब्धता कई गुना बढ़ जाएगी। रही बात जिला अस्पताल की तो शासन ने इसके लिए उपयुक्त जमीन तलाश करने का फरमान जारी कर दिया है। अगले तीन वर्ष तक जिला अस्पताल के चिकित्सक मेडिकल कालेज में अपनी सेवा देंगे। यानी कुछ दिन पहले जिला अस्पताल के बंद होने को लेकर हो हल्ला मचा रहे पूर्व विधायक मनोज सिंह वास्तविकता से इतर मुद्दे को राजनीतिक रूप देकर माहौल को भुनाना चाह रहे हैं। बीजेपी विधायक सुशील सिंह का भी कुछ ऐसा ही मानना है।
विधायक सुशील सिंह कहते है कि आधे-अधूरे ज्ञान के साथ राजनीतिक ड्रामेबाजी करने वालों को जनता अच्छे से समझती है। मेडिकल कालेज का निर्माण और क्षेत्र का विकास कुछ लोगों को पच नहीं रहा। मेडिकल कालेज सैयदराजा में बना जमीन कम पड़ी तो जिला अस्पताल में ओपीडी की व्यवस्था की गई है। 100 बेड के जिला अस्पताल की क्षमता तीन गुना बढ़ जाएगी। पर्याप्त चिकित्सक उपलब्ध होंगे। इसके अलावा सरकार जिला अस्पताल का निर्माण भी करवाएगी।
जिला अस्पताल के सीएमएस डा. सत्यप्रकाश ने बताया कि जिला अस्पताल के चिकित्सक अगले तीन वर्ष तक मेडिकल कालेज में अपनी सेवाएं देंगे। जिला अस्पताल के लिए जमीन चिन्हित करने का शासन से निर्देश प्राप्त हुआ है। जमीन मिलने के बाद अस्पताल निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।