
चंदौली। शासन की मंशा के अनुरूप मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है। जिले में अब तक छापेमारी कर 76 सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जा चुके हैं। खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी मिली तो दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई तय है।
सहायक आयुक्त (खाद्य)-II आरएल यादव के निर्देशन में उत्तर प्रदेश राज्य एवं भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के मध्य संपादित एमओयू वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 में उत्तर प्रदेश से कुल 14000 सर्विलांस नमूने संग्रहित कर उनकी जांच कराई जानी है। जनपद चंदौली में अभियान के दौरान कुल 120 नमूने लिए जाने हैं। यह अभियान दिनांक 20 जनवरी तक चलाया जाएगा। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम द्वारा आज दिनांक 12 जनवरी तक जनपद से कुल 76 नमूने लिए। इसमें 20 दूध, 20 खोया, 10 पनीर, 10 घी, 06 नमक, 02 चाय, 02 काफी, 03 फूड कलर, 03 शहद के नमूने संग्रहित कर खाद्य प्रयोगशाला को जांच हेतु प्रेषित किया गया। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी। Food safety on wheels ने चंदौली व मुगलसराय में कुल 74 नमूनों की जांच की। इसमें 65 नमूने मानक के अनुरूप पाए गए। खाद्य कारोबार कर्ता एवं आम जनमानस को मिलावटी खाद्य पदार्थ से होने वाले नुकसान के संदर्भ में जागरूक किया गया। टीम में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी चंद्रकांत वाजपेयी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनय कुमार शाही, कुमार चित्रसेन, सच्चिदानंद राय, नेहा त्रिपाठी एवं अरविंद कुमार शामिल रहे।