चंदौली। कोर्ट के आदेश पर चंदौली एसपी रहे अनिल कुमार सिंह समेत 19 पुलिसकर्मियों पर गाजीपुर के नंदगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिले में तैनात आरक्षी अनिल कुमार सिंह की गिरफ्तारी से जुड़े मामले में कोर्ट ने आदेश दिया है। आरक्षी ने पुलिस पर ससुराल से उठाने के बाद चंदौली में गिरफ्तारी दिखाने और झूठा केस लादकर बर्खास्त करने का आरोप लगाया था। इस पर अदालत ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
नंदगंज थाना में तत्कालीन एसपी अनिल कुमार सिंह, तत्कालीन सदर कोतवाल राजीव कुमार सिंह, तत्कालीन स्वाट टीम प्रभारी अजीत कुमार सिंह, क्राइम ब्रांच प्रभारी रहे सत्येंद्र कुमार यादव, आरक्षी आनंद कुमार गौड़, राणा प्रताप सिंह, अमित सिंह, मुख्य आरक्षी भुल्लन यादव, आरक्षी देवेंद्र कुमार सरोज, प्रेम प्रकाश यादव, सत्येंद्र विक्रम सिंह, अंकित सिंह, गौरव राय, रोहित कुमार, मुख्य आरक्षी मनोज कुमार, आनंद सिंह, आरक्षी अजीत कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
ये है मामला
पुलिस लाइन में तैनात आरक्षी अनिल सिंह का आरोप है कि उन्होंने मुगलसराय थाने की अवैध वसूली लिस्ट वायरल कर दी थी। तत्कालीन थाना प्रभारी शिवानंद मिश्र और एसपी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रतिमाह 12 लाख 50 हजार रुपये अवैध वसूली कराते थे। इससे नाराज एसपी ने अनिल सिंह को बर्खास्त कर दिया। एसपी अमित कुमार के आदेश पर तत्कालीन स्वाट टीम प्रभारी राजीव कुमार सिंह, एसआई अजीत कुमार, एसआई सत्येंद्र विक्रम सिंह, मुख्य आरक्षी आनंद सिंह, अमित यादव, आरक्षी भुल्लन यादव, राणा प्रताप सिंह बगैर नंबर की बोलेरो से अनिल सिंह की ससुराल गांव बड़हरा थाना नंदगंज जनपद गाजीपुर पहुंचे और जबर्दस्ती उठा दिया। अनिल की पुत्री ने तत्काल डायल 112 पर घटना की सूचना दी थी। इसके बाद दो दिन हिरासत में रखने के बाद फर्जी मुकदमों में फंसाकर चालान कर दिया। आरक्षी अनिल सिंह ने मामले को कोर्ट में चुनौती दी। न्यायालय ने घटना में संलिप्त तत्कालीन एसपी सहित 19 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।