चंदौली। रबी सीजन में किसानों को उन्नत खेती के लिए प्रोत्साहित करने हेतु कृषि विभाग ने तोरियां, सरसों और अलसी के बीज मुफ्त में वितरित करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत 250 पैकेट तोरियां बीज, 1500 मिनीकिट सरसों बीज, और 300 मिनीकिट अलसी बीज किसानों में नि:शुल्क वितरित किए जाएंगे। बीज प्राप्त करने के लिए किसानों को किसान पंजीकरण योजना में पंजीकृत होना अनिवार्य है।
बायोमैट्रिक प्रक्रिया के जरिये POS मशीन से बीज का वितरण किया जाएगा। यह कदम दलहनी और तिलहनी फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है, जिससे महंगाई पर नियंत्रण पाया जा सके और किसानों को परंपरागत फसलों के अलावा तिलहनी खेती की ओर भी प्रोत्साहित किया जा सके। कृषि विभाग द्वारा इस साल रबी सीजन में तिलहनी फसलों की खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुफ्त बीज का मिनीकिट प्रदान किया जा रहा है। किसान इस बीज का उपयोग कर अच्छी पैदावार कर सकते हैं।
विकास खंडवार बीज वितरण की योजना
जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि तोरिया के बीज को 50 प्रतिशत अनुदान पर विभिन्न विकास खंडों में उपलब्ध कराया जा रहा है। सदर, चहनिया, धानापुर, और चकिया विकास खंडों में 25-25 किग्रा बीज का वितरण होगा, जबकि नियामताबाद, सकलडीहा, बरहनी, शहाबगंज और नौगढ़ में 20-20 किग्रा बीज 50 प्रतिशत सब्सिडी पर मिलेगा। किसान राजकीय कृषि बीज भंडारों से POS मशीन पर अंगूठा लगाकर 2 किग्रा के बीज पैकेट निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, तोरिया का बीज भी सामान्य बिक्री पर 50 प्रतिशत सब्सिडी के साथ उपलब्ध है, जिसकी कीमत 110 रुपये प्रति किलोग्राम है। सब्सिडी के बाद किसान इसे 55 रुपये प्रति किलोग्राम पर खरीद सकते हैं।
मिनीकिट की उपलब्धता
राजकीय कृषि बीज भंडारों पर 2 किग्रा के पैकेट में तोरियां, सरसों और अलसी के मिनीकिट उपलब्ध हैं। यह बीज 1 एकड़ की बुवाई के लिए पर्याप्त है। किसानों से अपील की गई है कि वे अपने आधार कार्ड के साथ अपने नजदीकी कृषि बीज भंडार पर जाकर इस योजना का लाभ उठाएं।