चंदौली। तमाम कयासों के बीच गुरुवार की शाम निकाय चुनाव के लिए आरक्षण घोषित कर दिया गया। इस बार नगर पालिका दीनदयाल नगर चेयरमैन का पद अनुसूजित जाति महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है। इससे चुनावी समीकरण बदल गया है। आरक्षण ने काफी दिनों से तैयारी में जुटे कई संभावित उम्मीदवारों के सपने चकनाचूर कर दिए तो कई की राजनीति में नई जान आ गई है।
पीड़ीडीयू नगर पालिका चेयरमैन का पद पिछले चुनाव में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था। चुनाव जीतकर भाजपा के संतोष खरवार चेयरमैन बने थे। इस बार लोगों को उम्मीद थी पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित अथवा अनारक्षित होगा। इसी उम्मीद में कई संभावित उम्मीदवार अपनी दावेदारी को मजबूत बनाने के लिए काफी दिनों से तैयारी में लगे थे। अपना जनाधार बनाने के लिए उन्होंने राजनीतिक सक्रियता बढ़ा दी थी और जनता के हमदर्द बन गए थे। हालांकि आरक्षण की घोषणा के बाद बाजी पलट गई। कई संभावित उम्मीदवारों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। वे अपने आप चेयरमैन पद की रेस से बाहर हो गए, जबकि चुनावी रस्सीकसी में पीछे माने जा रहे कई संभावित उम्मीदवारों की राजनीति में नई जान आ गई है। चेयरमैन की कुर्सी पर काबिज होने के लिए जनता को अपने पाले में करने की कोशिश में जुट गए हैं। उन्होंने अब नए सिरे से चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। जनता के साथ ही राजनीतिक दलों का समर्थन भी हासिल करने की जुगत में लगे हैं। ताकि पार्टी के वोट बैंक के सहारे चुनावी नैया पार लग जाए और चेयरमैन की कुर्सी पर बैठने का मौका मिले।