चंदौली। जिले के शहाबगंज विकास खंड के ग्राम पंचायत शाहपुर के राजस्व गांव उसरी में 2023-24 के दौरान पानी निकासी के लिए 1 लाख 28 हजार 658 रुपए की लागत से बनी नाली एक साल भी ठीक से काम नहीं कर पाई। अमृत सरोवर तालाब के पास पश्चिमी छोर पर बनाई गई यह नाली पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है, जिससे ग्राम प्रधान द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है। नाली में आई सड़न और खराबी से ग्रामीणों में आक्रोश है, जो पहले से ही भ्रष्टाचार से परेशान हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने नाली के निर्माण के साथ-साथ अमृत सरोवर, सीसी रोड और अन्य विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है। इन कार्यों में धन का बंदरबांट कर खुद के जेब भरे गए हैं। ग्राम पंचायत द्वारा कराए गए नाली निर्माण का उद्देश्य पानी की निकासी था, लेकिन अब नाली पूरी तरह से बेकार हो गई है, जिससे साफ हो गया है कि निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया।
गांव के एक निवासी, शेखर शहू ने बताया कि मनरेगा के तहत कार्य करवाया गया था, लेकिन मजदूरी का भुगतान अब तक नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने काम किया है, उन्हें भुगतान नहीं मिल रहा, जबकि काम नहीं करने वालों को प्राथमिकता दी जा रही है। उनका कहना है कि एक साल से मजदूरी का इंतजार कर रहे हैं।
वहीं, गांव के विजय बहादुर ने भी ग्राम प्रधान पर विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पंचायत भवन, हैंडपंप रिबोर, और अन्य विकास योजनाओं में भी भ्रष्टाचार हुआ है। स्थानीय अधिकारी उनकी शिकायतें नहीं सुनते, जिससे ग्रामीणों को भ्रष्टाचार का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। खंड विकास अधिकारी दिनेश सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी। साथ ही, भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों से धन की रिकवरी भी की जाएगी।