
चंदौली। पुलिस को दोहरी कामयाबी हाथ लगी है। अलीनगर थाने की पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय तस्कर को गांजा की खेप के साथ दबोचा। वहीं सदर कोतवाली पुलिस ने तस्करों को गिरफ्तार करते हुए कंटेनर में लादकर गोवध के लिए ले जाए जा रहे बेजुबानों को मुक्त कराया। एसपी अंकुर अग्रवाल ने गिरफ्तारी व बरामदगी के बारे में पुलिस लाइन में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अलीनगर पुलिस कटरियां लंका चौराहा के पास मौजूद थी। इसी दौरान एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार चालक पुलिस को देखकर तेजी से भागने लगा। इसी दौरान आगे अचानक ट्रक आ गया। इसकी वजह से कार बंद हो गई। इस पर कार में सवार तीन लोग उतरकर भागने लगे। पुलिसकर्मियों ने दौड़ाकर दो को पकड़ लिया। तीसरा व्यक्ति भागने में सफल रहा। संदेह होने पर कार की तलाशी ली गई। इस पर सीटों के नीचे व डिग्गी में १२ बंडल मिले। इन्हें खोलकर चेक किया गया तो ४८ किलो गांजा मिला। गिरफ्तार आरोपित प्रतापगढ़ जिले के लालगंज थाना के टोडरमल गांव निवासी संतोष कुमार पटेल और हरियाणा के फरीदाबाद जिले के पल्ला थाना के सूर्य विहार कालोनी निवासी जगदीश आर्या ने बताया कि गांजा की खेप लेकर उड़ीसा से लाकर बेचते हैं। इससे अच्छी कमाई होती है। यह पैसा आपस में बांट लेते हैं। उन्होंने फरार आरोपित के बारे में बताया कि उसका नाम संजीव कुमार है। कार उसी की है। वहीं सदर कोतवाली पुलिस ने चेकिंग के दौरान लीलापुर क्रासिंग के समीप ट्रक व कंटेनर से ५८ गोवंश को मुक्त कराया। साथ ही चार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके दो साथी भागने में सफल रहे। गिरफ्तार तस्करों की पहचान प्रयागराज के नवाबगंज थाना के ककरा निवासी मोहम्मद नसीम, कौशांबी के सैनी थाना के अजुआ के वार्ड नंबर तीन निवासी मोहम्मद हसीन, बिहार प्रांत के कैमूर जिले के दुर्गावती के नरैली निवासी सोनू यादव और नुआंव के हीरालाल के रूप में हुई। उन्होंने बताया कि विभिन्न स्थानों से गोवंश को लादकर बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल पहुंचाते हैं। यात्रा के दौरान साथ में चाकू रखते हैं, ताकि रास्ते में यदि अवऱोध आए तो इससे हमला कर बच सकें।