चंदौली। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों व चुनाव ड्यूटी में लगे मजिस्ट्रेटों संग मीटिंग की। इस दौरान आयोग की गाइडलाइन से अवगत कराया। वहीं निर्वाचन कार्य में सुस्ती पर सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को जमकर फटकार लगाई। प्रत्याशियों के रोड-शो अथवा काफिले में 10 से अधिक वाहन हुए तो आयोग कार्रवाई करेगा।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी राजनीतिक दलों से कहा कि किसी भी दल/प्रत्याशी द्वारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन न किया जाए एवं भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि किसी भी तरह के प्रचार प्रसार के पूर्व परमिशन लेना आवश्यक होगा। सभी राजनीतिक दल सुविधा ऐप के माध्यम से ऑनलाइन परमिशन ले सकते है। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी ने सभी राजनीतिक दलों से यह अनुरोध किया कि ईवीएम के संबंध में किसी तरह के भ्रामक चार-प्रसार न किए जाएं इस संबंध में उनके जो भी क्वेरी हैं वह विधिवत जानकारी ले सकते हैं। इस संबंध में उपस्थित राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को एक दिग्दर्शिका भी दी गई, जिसमे आदर्श आचार संहिता के बिंदुओं की जानकारी दी गई है। व्यय के लेखा-जोखा के संबंध में उन्होंने जोर देते हुए कहा कि 90 दिन के अंदर सभी कैंडिडेट को अपने व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत करना होगा। यह लेखा जोखा हारे हुए प्रत्याशियों को भी प्रस्तुत करना होगा यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार उन्हें अगले चुनाव लड़ने से रोका जा सकता है। जिलाधिकारी ने सभी से प्रचार प्रसार में सद्भाव एवं गरिमा बनाए रखने की अपील की। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल या प्रत्याशियों द्वारा किसी भी तरह की भ्रामक खबर न फैलाई जाए। भ्रामक खबर फैलाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। प्रचार प्रसार के दौरान शराब आदि का वितरण किसी कीमत पर नहीं किया जाएगा।
खामियों को न करें नजरअंदाज, करें त्वरित कार्रवाई
बैठक में जिलाधिकारी/ जिला निर्वाचन अधिकारी ने लोक सभा सामान्य निर्वाचन को निष्पक्ष, स्वतंत्र, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से समस्त जोनल/सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश देते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने में जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की कार्यकुशलता, दक्षता और सजगता अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसमें छोटी से छोटी खामियों को भी नजर अंदाज न किया जाए तथा भारत निर्वाचन आयोग के जो दिशा निर्देश हैं उनका पूर्णतः पालन कराया जाए। उन्होंने समस्त जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिया कि अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में भ्रमण कर आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराया जाय। अपने-अपने मतदान केंद्रों की सभी मूलभूत सुविधाओं की जांच कर ली जाय। यदि मतदान केंद्रों पर किसी भी मूलभूत सुविधा का अभाव है तो तत्काल संबंधित अधिकारी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए उसकी पूर्ति करा ली जाए, ताकि भारत निर्वाचन आयोग की मंशा के अनुरूप निर्वाचन प्रक्रिया को शांतिपूर्ण एवं विघ्नरहित ढंग से संपन्न कराया जा सके।