- चकरघट्टा थाने का दीवान संजय यादव अब तक पुलिस के हाथ नहीं लग सका
- सीओ की तहरीर पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा भी पंजीकृत
- भ्रष्टाचार से जुड़े इस मामले में थाना प्रभारी की भूमिका की जांच सीओ कर रहे
चंदौली। पशु तस्करों से साठगांठ कर खाकी के दामन को दागदार करने वाला चकरघट्टा थाने का दीवान संजय यादव अब तक पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। जबकि उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत है। थाना प्रभारी पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। सीओ पूरे मामले में प्रभारी की भूमिका की जांच कर रहे हैं। एसपी डा. अनिल कमार ने बताया कि शीघ्र ही इस मामले में उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
वायरल हुआ था बातचीत का आडियो
पिछले दिनों चकरघट्टा थाने में तैनात दीवान संजय यादव और पशु तस्कर के बीच बातचीत का एक आडियो वायरल हुआ। जिसमें दीवान पकड़े गए तस्करों को छोड़ने के एवज में मोटी रकम की मांग करता सुना गया। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए न सिर्फ दीवान को निलंबित कर दिया बल्कि सीओ की तहरीर पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा भी पंजीकृत करवाया। एफआईआर की भनक लगते ही दीवान देर रात फरार हो गया। दीवान के भागने में भी कुछ पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की बात सामने आ रही है। बहरहाल भ्रष्टाचार से जुड़े इस मामले में थाना प्रभारी की भूमिका की जांच सीओ कर रहे हैं। एसपी के रुख से यह साफ लगा रहा है थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
पशु तस्करों से साठगांठ के मामले में चकरघट्टा थाना प्रभारी की भूमिका की जांच सीओ को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। फरार मुख्य आरक्षी को पकड़ने के लिए टीम लगा दी गई है। डा. अनिल कुमार एसपी चंदौली