चंदौली। बलुआ थाना क्षेत्र के नाथुपुर व सरौली में दो सैनिकों का शव पहुंचने से क्षेत्र में मातम छा गया। नाथुपुर के सैनिक अजय कुमार सिंह (42 वर्ष) का बुधवार को बीमारी से निधन हो गया। वहीं सरौली के रामाशीष (46 वर्ष) की गुरुवार को ब्रेन हेमरेज से मौत हो गयी। इसकी सूचना पर परिजनों में हाहाकार मच गया। गुरुवार को दोनों सैनिकों के शव उनके गांव पहुंचे। इससे इलाके में मातम है।
नाथुपुर (टाण्डाकला) के रहने वाले अजय कुमार सिंह पुत्र विजय शंकर सिंह बीएसएफ में हवलदार के पद पर तैनात थे। वे 2002 में वाराणसी से भर्ती हुए थे। 2003 में पोस्टिंग जम्मू में हुई। इसके बाद कई जगह ड्यूटी किए। विगत कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें मेरठ में भर्ती कराया गया। हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गयी। मौत की सूचना पर परिजनों में हाहाकार मच गया। उनको एक 11 वर्षीय पुत्र हर्ष सिंह है। पिता विजय शंकर सिंह,माता मीरा सिंह,पत्नी प्रीति सिंह,भाई धनंजय सिंह,मृत्युंजय सिंह आदि परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। शव को सेना की गाड़ी से सेना के जवान लेकर आए। जवानों ने टाण्डा घाट पर मृत जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र के ही सरौली के रहने वाले रामाशीष यादव की चंडीगढ़ में पीजीआई में तबियत बिगड़ने पर चार दिन पूर्व भर्ती कराकर परिजनों को सूचना दी गई। परिजन वहां पहुंचकर इलाज कराने लगे। गुरुवार की सुबह डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर एंबुलेंस से घर आ रहे थे। उसी दौरान बीच रास्ते उनकी मौत हो गयी। उनकी 2000 में पुणे में ट्रेनिंग करने के बाद लेह लद्दाख में बीआरओ में पोस्टिंग हुई। इस दौरान कई जगह ड्यूटी के बाद चंडीगढ़ में तैनात थे। घटना के बाद पत्नी ममता देवी,दोनो पुत्री खुशबू व अंजली,भाई बद्री का रोकर बुरा हाल रहा।