
चंदौली। क्षेत्र के कासिमपुर पचोखर स्थित जेएस पब्लिक स्कूल में सीबीएसई कबड्डी क्लस्टर-5 (CBSE Kabaddi Cluster) प्रतियोगिता के चौथे व अंतिम दिन फाइनल तक पहुंचने के लिए टीमों में होड़ दिखी। मेजबान स्कूल समेत कई टीमों के खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली देवस्थली विद्यापीठ बलिया की टीम का चयन नेशनल के लिए किया गया। सनबीम पब्लिक स्कूल गाजीपुर की टीम रनर रही।

सीबीएसई की ओर से विद्यार्थियों के शारीरिक संवर्धन के लिए सीबीएसई क्लस्टर-5 कबड्डी बालक (अन्डर-19) प्रतियोगिता की पहल की गई। इसकी मेजबानी का अवसर जनपद के पचोखर स्थित जेएस पब्लिक स्कूल को सौंपी गई। प्रतियोगिता 27 नवंबर से ही चल रही थी। इसमें उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के विभिन्न जनपदों से कुल 145 विद्यालयों का पदार्पण होना था, लेकिन 110 टीमों के कुल लगभग 1350 खिलाडियों, उनके 230 कोच व मैनेजर खिलाडियों की सुविधा के लिए कुल 32 आफिसर्स ने भाग लेकर अपना सहयोग दिया। क्वार्टर के लिए संघर्ष करने वाली टीमों में पोल-ए से जेएस पब्लिक स्कूल व देवस्थली बलिया के बीच जबरदस्त मुकाबला हुआ। मेजबान टीम के प्रारम्भिक बढ़त के बाद अधिकांश खिलाड़ी चोटिल हो गए और अपने मेहमान टीम को आगे आने को निमंत्रण दिया।

पोल-बी से लक्ष्मी पब्लिक स्कूल ने माउन्ट लर्नर जौनपुर को 36-30 से, पोल-सी से रामदूत इन्टरनेशनल स्कूल गाजीपुर ने सन्त अतुलानन्द को 33-25 से, पोल-डी से समबिम गाजीपुर ने वीपीएस वाराणसी पर एकतरफा प्रहार करते हुए 31-14 से मैच अपने नाम किया। इसके अलावा जेएस पब्लिक स्कूल व देवस्थली बलिया के बीच, लक्ष्मी पब्लिक स्कूल ने माउन्ट लर्नर जौनपुर के बीच, यूनिवर्सन व वीपीएस वाराणसी के बीच देखने को मिला। इस प्रकार फाइनल मैच के लिए देवस्थली विद्यापीठ बलिया ने अपने प्रतिद्वन्दी समबिम पब्लिक स्कूल गाजीपुर को टक्कर देते हुए 43-27 से मैच को अपने नाम कर लिया है। देवस्थली विद्यापीठ बलिया को नेशनल के लिए चयन कर विजेता घोषित किया गया। समबीम पब्लिक स्कूल गाजीपुर को रनर घोषित किया गया। निर्णायक की भूमिका में रेफरी निर्भय सर, अम्पायर बृजेश सर,छविनाथ सर,स्कोरर अंजनी वर्मा जी, असिस्टेन्ट स्कोरर श्रवण सर, गिरधारी सर व सर्फराज सर उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सांसकृतिक प्रस्तुति की गई। इसमें जुम्बा डांस, स्पोर्ट पीटी डांस, मिक्स पेट्रिआटिक डांस से बच्चों ने लोगों का मन मोह लिया। डा. निशांत ने बच्चों को पंडित जवाहर लाल नेहरू के कथनों को याद दिलाते हुए कहा-‘‘ पुरस्कार से नहीं खेल से प्यार करना चाहिए।’’ उनकी ओर से प्रमाण पत्र व गोल्ड मेडल देकर प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। विद्यालय के प्रबंधक रजनीश सिंह ने चार दिन के इस महामुकाबले में सहयोग के लिए विद्यालय परिवार, आफिसर्स व कार्यक्रम से जुड़े सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
