चंदौली। जिले के निवासी पर्वतारोही चंदन कुमार यादव ने उत्तर काशी के डोकरानी बामन ग्लेशियर पर तिरंगा फहराया। चोटी की ऊंचाई लगभग पंद्रह हजार फीट है। इस पर नेहरू इंस्टीट्यूट आफ माउंटेनियरिंग के प्रधानाचार्य व कर्नल अमित बिष्ट ने बैच देकर सम्मानित किया। चंदन मार्शल आर्ट और योगा में भी दक्ष हैं। उनकी इस उपलब्धि से जनपदवासी गदगद हैं।
जनपद के बरहनी ब्लाक के कसवढ़ गांव निवासी चंदन पेशे से एक शिक्षक भी हैं। उनका चयन माउंटेनियरिंग में मेथड आफ इंस्ट्रक्शन कोर्स के लिए चयन हुआ था। इसमें पूरे भारत से 25 माउंटेनियर की टीम का सेलेक्शन होता है। चंदन काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स किए। उसके बाद माउंटेनियरिंग में काफी लगाव हो गया। उनका चयन भारत के नंबर वन इंस्टिट्यूट नेहरू इंस्टीट्यूट आफ माउंटेनियरिंग (NIM) उत्तरकाशी उत्तराखंड से एडवेंचर कोर्स के लिए हुआ। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सात यूपी एयर स्क्वाड एनसीसी बीएचयू वाराणसी ज्वाइन करने के बाद माउंटेनियरिंग एक्सपीडिशन के लिए सेलेक्ट हुए। इसमें पूरे भारत से 20 कैडेटों का चयन होता है। उन्होंने माउंट जोगिन पर सफल चढ़ाई की। इसकी ऊंचाई 20120 फीट है। इसकी ट्रैनिंग नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग (NIM ) उत्तरकाशी में हुई। इसके साथ उत्तराखंड में 22000 फीट की चोटी पर तिरंगा फहरा चुके हैं। चंदन ने पिछले साल हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट (HMI ) से एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स (AMC) किया। उन्होंने बीसी राय पीक पर चढ़ाई की। उसकी ऊंचाई 18000 फीट है, जो सिक्कीम राज्य में है। अब ये फिर देव भूमि उत्तराखंड में तिरंगा फहरा चुके हैं, जो उत्तरकाशी में डोकरानी बामक ग्लेसियर है, उसकी ऊंचाई लगभग 15000 फीट है। चंदन अफ्रीका के तंजानिया में स्थित 5894 मीटर ऊंचाई वाली किलिमंजारो चोटी पर चढ़ाई करेंगे। वहीं माउंट एवरेस्ट फतह करने की तमन्ना है।