चंदौली। मारपीट और असलहा लूट से जुड़े चर्चित मामले में 15-15 हजार के तीन ईनामी बदमाशों ने पुलिस को चकमा देते हुए फास्ट ट्रैक कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। जबकि एसपी ने बदमशों को पकड़ने के लिए कई टीमें लगाई थीं। लेकिन पुलिस अधीक्षक की सारी रणनीति धरी की धरी रह गई।
वर्चस्व की लड़ाई में विगत माह डेरवा निवासी अभिषेक सिंह और उसके भाई अंकित सिंह की बलुआ थाना क्षेत्र के मरकनिया गांव के पास बदमाशों ने पिटाई कर दी थी। यही नहीं बुरी तरह पीटने के बाद फार्च्यूरन का शीशा भी तोड़ दिया साथ ही असलहा भी लूट ले गए। पुलिस की तफ्तीश में यह बात सामने आई कि सराय निवासी विकास सिंह का अंकित से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। वर्चस्व स्थापित करने के लिए ही विकास ने अपने साथियों के साथ मिलकर अंकित और उसके भाई की पिटाई की। बहरहाल विकास सिंह, अभिषेक सिंह उर्फ टिंकू, अभय सिंह और रामू गुप्ता के खिलाफ बलुआ थाना में मुकदमा दर्ज किया गया। दोनों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने काफी हाथ पांव मारा लेकिन कामयाबी नही मिल सकी तो चारों के खिलाफ 15-15 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर दिया। एसपी आदित्य लांग्हे ने अपराधियों को पकड़ने के लिए टीम भी गठित कर रखी थी। लेकिन विकास सिंह, अभिषेक सिंह उर्फ टिंकू और अभय सिंह ने फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम में सिविल जज जूनियर डिवीजन के समक्ष सरेंडर कर दिया और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग सही। आरोपियों के अधिवक्ता चंद्रभानु सिंह ने बताया कि विकास सिंह, अभिषेक सिंह उर्फ टिंकू और अभय सिंह कोर्ट में सरेंटर कर दिया है। न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे। हालांकि चौथा आरोपी रामू गुप्ता अभी फरार है।