चंदौली। लोक सभा चुनाव की मजबूत तैयारियों में लगी बीजेपी के लिए यह संकेत अच्छे नहीं हैं। पूर्व विधायक और राज्य सभा सदस्य पद की उम्मीदवार साधना सिंह और चंदौली सांसद व केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय के बीच की नाराजगी बरकरार है। साधना सिंह के स्वागत बैनर में डा. महेंद्र नाथ पांडेय का नाम नहीं होना कयासों पर पक्की मोहर लगा रहा है। चंदौली सांसद के कद को देखते हुए इसे सामान्य तौर पर नहीं लिया जा सकता है। वैसे भी राज्यसभा का टिकट मिलने के बाद साधना सिंह ने अपने फेसबुक वाल पर पोस्ट लिखा था जिसमें उन्होंने बीजेपी शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद दिया। उस पोस्ट में भी भी केंद्रीय मंत्री व चंदौली सांसद का नाम नहीं था। निश्चित तौर पर दो बड़े नेताओं के बीच की यह दूरी आने वाले चुनाव में पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है।
विधायकी का टिकट कटने के बाद संबंधों में आई दूरी
विधान सभा क्षेत्र में लोकप्रियता घटने और जातिगत संतुलन बनाए रखने के मद्देनजर पार्टी ने पिछले विधान सभा चुनाव में सिटिंग विधायक साधना सिंह का टिकट काट दिया। खुद साधना सिंह और उनके समर्थक इसके लिए चंदौली सांसद को दोषी ठहरा रहे थे। सांसद का पुतला भी फूंका गया। यही नहीं कुछ महीनों के बाद एक वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें जनसंपर्क के दौरान साधना सिंह ने मुगलसराय के वर्तमान विधायक और चंदौली सांसद को लेकर टिप्पणी की थी। हालांकि पूर्व विधायक ने अपनी सफाई में इस वीडियो को एडिटेड बताया था। लेकिन राजनीतिक गलियारे में दोनों नेताओं के बीच पनपी दूरी की चर्चा आम हो गई। इस बीच जब साधना सिंह को राज्यसभा का टिकट मिला तो उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए बीजेपी के शीर्ष नेताओं को धन्यवाद दिया, जिसमें केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय को छोड़कर तकरीबन सभी नेता शामिल थे। राज्यसभा सांसद चुने जाने के बाद 28 फरवरी को साधना सिंह पहली बार चंदौली आ रही हैं। जगह-जगह स्वागत बैनर लगाए गए हैं, जिसमें चंदौली सांसद का फोटो गायब है।