चंदौली। धीना थाना के पसाई गांव में उच्च न्यायालय के आदेश पर तालाब की जमीन पर मकानों को प्रशासन ने ध्वस्त कराया। बुलडोजर लगाकर निर्माण ढहवा दिए गए। इस दौरान घर की महिलाओं से पुलिस की जमकर नोकझोक हुई। दो महिलाएं बेहोश भी हो गईं। उन्हें एंबुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गांव निवासी हरवंश सिंह ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर गांव के सरकारी तालाब की जमीन पर बने मकानों को ध्वस्त कराने की मांग की थी। इस पर कोर्ट ने जिला प्रशासन को आदेश दिया कि शीघ्र ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करते हुए तालाब की जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराया जाए। कोर्ट के आदेश के अनुपालन में सदर एसडीएम अजय मिश्रा, सीओ रामवीर सिंह, तहसीलदार सुशील कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। बुलडोजर लगाकर तालाब की जमीन पर बने मकानों को ध्वस्त कराने की कार्रवाई शुरू करा दी। एक दर्जन से अधिक लोगों के मकान तालाब की जमीन पर बने थे। प्रशासन ने ध्वस्त करा दिया। मकान गिरता देख पिंकी पुत्री हरवंश गोंड (20) व गीता देवी पत्नी अशोक खरवार (62) बेहोश होकर गिर गईं। उन्हें एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इसके पूर्व भी दो बार अवैध कब्ज़ा हटाया गया था, लेकिन जमीन पूरी तरह से कब्जामुक्त नहीं हो सकी थी। कार्रवाई के दौरान धीना,कंदवा, धानापुर, बलुआ सकलडीहा थाने की फोर्स सहित दो प्लाटून पीएसी मौजूद रही।