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chandauli news: एआरटीओ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप, डीएम तक पहुंची शिकायत, 10 हजार घूस मांगने का आरोप, डिप्टी आरएमओ ने लिखी चिट्ठी

चंदौली। चंदौली का एआरटीओ (Arto office chandauli) महकमा फिर चर्चा में है। ट्रांसपोर्टर ने एआरटीओ प्रवर्तन विनय कुमार पर 10 हजार रुपये सुविधा शुल्क मांगने का आरोप लगाया है। ट्रांसपोर्टर प्रमोद सिंह ने डीएम ईशा दुहन से भी मामले की शिकायत की है। दरअसल एआरटीओ ने जिस ट्रक को पकड़ा उसपर पात्र गृहस्थी योजना के लाभार्थियों का खाद्यान्न लोड था। अनाज को दूसरे ट्रक में लोड करने के एवज में सुविधा शुल्क की मांग की गई। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी ने भी एआरटीओ को पत्र लिखकर खाद्यान्न रिलीज कराने का अनुरोध किया है।

ट्रांसपोर्टर प्रमोद सिंह का आरोप है कि अंत्योदय अन्न योजना के तहत कोटेदारों के यहां सरकारी राशन लेकर जा रहे ट्रक का फिटनेस खत्म होने पर एआरटीओ विनय कुमार ने वाहन को अलीनगर में सीज कर दिया। थाने में बंद ट्रक का माल दूसरे ट्रक में पलटी कराने के एवज में दस हजार रुपये घूस मांग रहे हैं। हालांकि उन्होंने घूस की रकम लेने के लिए परिवहन कार्यालय में तैनात कर्मचारी फेंकूराम को जिम्मेदारी सौंपी है। ट्रांसपोर्टर प्रमोद सिंह ने डीएम को भेजे पत्र में लिखा है कि आठ फरवरी को एक ट्रक व्यासनगर से खाद्यान्न लोड करके चहनिया क्षेत्र में जा रहा था, जिस पर शेरपुर, चकिया बिहारी, सरैया, रमदत्तपुर सहित अन्य गांव के कोटे का गल्ला लोड था। चेकिंग के दौरान एआरटीओ ने फिटनेस फेल होने पर वाहन को अलीनगर थाने में सीज कर दिया। ट्रांसपोर्टर ने एआरटीओ से फोन पर वार्ता की और बताया कि कोटे का राशन दूसरी ट्रक के पलटी कराने का आदेश जारी करें। एआरटीओ ने कार्यालय जाकर कर्मचारी फेंकूराम से आदेश का लेटर लेने की बात कही। ट्रांसपोर्टर का कर्मचारी श्यामजी मौर्य कार्यालय में फेंकूराम से मिले तो उसने आदेश बनाने के बदले दस हजार रुपए देने की मांग कर डाली।

साढ़े तीन साल से खूंटा गाड़े बैठे हैं एआरटीओ
योगी सरकार की तबादला नीति के उलट एआरटीओ विनय कुमार जिले से साढ़े तीन साल से भी अधिक समय से खूंटा गाड़े बैठे हैं। जून 2019 में एआरटीओ प्रशासन गाजीपुर से इनका तबादला एआरटीओ प्रवर्तन चंदौली के पद पर हुआ था तब से लेकर अब तक यहीं पड़े हैं। इनकी कार्यर्शली पर भी सवाल खड़े होते रहते हैं। लेकिन बताया जाता है कि सत्ता पक्ष से जुड़े कुछ जनप्रतिनिधियों का वरदहस्त प्राप्त है।

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