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चंदौलीराज्य/जिला

Chandauli news: अधिवक्ताओं ने पं. कमलापति त्रिपाठी की प्रतिमा के समक्ष की प्रायश्चित सभा, वक्ता बोले पंडित जी की आह से नहीं हो पा रहा जिले का विकास

चंदौली। जिला न्यायालय और जिला मुख्यालय निर्माण को लेकर चल रहा अधिवक्ताओं का संघर्ष बुधवार को 27वें दिन भी जारी रहा। जिला एवं न्यायालय निर्माण संघर्ष समिति के बैनर अधिवक्ताओं ने सुबह राष्ट्रगान के बाद कचहरी परिसर का भ्रमण कर जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के विरोध में जमकर नारेबाजी की और जिला न्यायालय के शिलान्यास होने तक आंदोलन को जारी रखने के अपने संकल्प को दोहराया। साथ ही पंडित कमलापति उद्यान पहुंचे और पंडित कमलापति त्रिपाठी की प्रतीमा के समक्ष प्रायश्चित सभा का आयोजन किया गया।

 

इस दौरान अधिवक्ताओं ने पंडित कमलापति त्रिपाठी की प्रतिमा का अभिषेक किया। इसके उपरांत माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। तत्पश्चात सभी अधिवक्ताओं व आमजन ने प्रायश्चित सभा में भाग लिया और पंडित कमलापति त्रिपाठी से क्षमा याचना की। कहा कि शायद हम सभी के पूर्वजों से पूर्व में जाने-अनजाने में कुछ गलतियां हो गयी थी, जिससे पंडित कमलापति त्रिपाठी आहत हुए थे जिनकी वजह से उनके चंदौली छोड़कर जाने के बाद यहां का विकास रुक गया। जनपद सृजन के 26 वर्ष के बाद भी जिला मुख्यालय निर्माण के लिए तरस रहा है। लिहाजा हम सभी अपने पूर्वजों की तरफ से क्षमा याचना करते हैं। इस दौरान सभी ने क्षमायाचना के साथ अपना आशीष चंदौली को देने की प्रार्थना की। साथ ही मौजूदा जनप्रतिनिधियों की सद्बुद्धि के लिए भी प्रार्थना की, जिससे जिले का क्रमबद्ध, समुचित विकास शीघ्र हो सके। रामकृत ने कहा कि पंडित कमलापति त्रिपाठी एक राजनीतिक व्यक्ति ही नहीं, बल्कि चंदौली जिले के शिल्पकार व महर्षि रहे। उन्होंने हर गरीब-अमीर को एक समान सम्मान दिया। प्रवीण यादव ने कहा कि चंदौली में पहली बार पंडित कमलापति त्रिपाठी के जाने के बाद इतना सम्मान अधिवक्ता समाज ने उनको दिया है इसके लिए अधिवक्ता समाज को तहेदिल से शुक्रगुजार हूं। कहा कि हर एक ऐसे नेक दिल इंसान को समय-समय पर याद करते हुए उसे सम्मान दिया जाना चाहिए। इस दौरान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष धनंजय सिंह ने एक बार फिर आह्वान किया कि आंदोलन पंडित कमलापति के आशीर्वाद से अब और मजबूती के साथ आगे बढ़ेगा।

इस अवसर पर राज बहादुर सिंह, राकेश रत्न तिवारी, अभिनव आनंद सिंह, सत्य प्रकाश केशरी, विरेंद्र प्रताप सिंह छोटे, वीरेंद्र प्रताप सिंह दाढ़ी, मुन्ना विश्वकर्मा, प्रतिमा दुबे, महेंद्र चतुर्वेदी, संतोष पाठक, संजीव श्रीवास्तव, उज्ज्वल सिंह, नीरज सिंह, नवीन सिंह, चन्द्रभूषण यादव, सुजीत सिंह, अमित त्रिपाठी, दिनेश यादव, फिरोज खान, आदि उपस्थित रहे।

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