चंदौली। जिले के मैढ़ी गांव स्थित आर्य राइस मिल पर एडीएम की छापेमारी में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी पकड़ी गई। एडीएम ने 31 दिसंबर 2024 को छापेमारी की थी। उस दौरान 4000 कुंतल अवैध धान, एफसीआई के बोरे की गांठें, यूपी पीसीयू के चालान और टीडी स्लिप जैसे सरकारी दस्तावेज बरामद हुए। इसमें किसानों की डिटेल दर्ज है। अनिमितता सामने आने के बाद एडीएम ने पीसीयू प्रबंधक और राइस मिल संचालक को नोटिस जारी कर दो दिनों के अंदर जवाब मांगा है। प्रशासन सख्त कार्रवाई के मूड में है।
आर्य राइस मिल को वर्ष 2024-25 की धान खरीद प्रक्रिया में पहले ही ब्लैकलिस्ट करते हुए प्रतिबंधित कर दिया गया था। इसके बावजूद मिल पर इतनी बड़ी मात्रा में अवैध धान और सरकारी कागजात का पाया जाना, कालाबाजारी की पुष्टि करता है। एडीएम ने इस मामले में संबंधित राइस मिल को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि धान खरीद में नियमों का उल्लंघन और सरकारी दस्तावेजों का दुरुपयोग गंभीर अपराध है। इस छापेमारी से यह संकेत मिलता है कि प्रतिबंध के बावजूद मिल में अनियमित गतिविधियां चल रही थीं।
पीसीयू के चालान और टीडी स्लिप बरामद होने से क्रय एजेंसी के अधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। इस पर एडीएम ने पीसीयू प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया है। यदि दो दिनों के अंदर समुचित जवाब नहीं मिला तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई तय है। मामला सामने आने के बाद जिले में धान खरीद प्रक्रिया और सरकारी योजनाओं की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।