तरुण भार्गव
चंदौली। पिछले कई दिनों से जिले में अच्छी बारिश नहीं हुई। इसका असर बांधों के जलस्तर पर पड़ने लगा है। कई बांधों में पानी खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है। नहरों व माइनरों का पानी टेल तक नहीं पहुंच पा रहा है। इससे धान की रोपाई का काम बाधित हो गया है। जिन किसानों ने पहले रोपाई कर ली है, उनकी फसल सूखने लगी है। किसान पानी के लिए हलकान हैं।
चकिया तहसील क्षेत्र में धान की फसल बांधों के सिंचाई सिस्टम व बारिश के पानी पर आश्रित है। सावन में अपेक्षा के अनुरूप बारिश नहीं हुई। मानसून की दस्तक के समय बारिश हुई थी। इधर कई दिनों से अच्छी बारिश का इंतजार है। बारिश के अभाव में बांधों में पानी सूखने लगा है। इससे किसानों में हाहाकार मचा है। धान की नर्सरी लगाए किसान अब आकाश की तरफ टकटकी लगाए हैं। सिंचाई विभाग के अधिकारी बारिश कम होने तथा बांधों में पानी कम होने का हवाला दे रहे हैं। दिनोंदिन समस्या विकराल रूप लेती जा रही है। यदि इसी प्रकार कुछ दिन बारिश नहीं हुई तो धान की नर्सरी डालकर रोपनी की आस लगाएं किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा।