चंदौली। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के तत्वाधान में सोमवार को चन्दौली के शिक्षामित्रों ने रावर्ट्सगंज सांसद पकौड़ीलाल कोल से भेट की। इस दौरान प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित पत्रक सौंपकर स्थायीकरण की मांग की। कहा कि 22 वर्ष सेवा कर चुके हैं। सीमित मानदेय में शिक्षकों की भांति शिक्षा प्रणाली को सुदृढ बनाने का काम किया।
मण्डल अध्यक्ष वाराणसी भूपेन्द्र कुमार सिंह व मण्डल संगठन मंत्री रामप्रवेश यादव के निर्देश व जिलाध्यक्ष इन्द्रजीत यादव के नेतृत्व में जनपद के शिक्षामित्र चकिया के सिकन्दरपुर तिराहे पर एकत्रित हुए। सांसद पकौड़ी लाल कोल को अपनी छः सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। उनसे प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री तक मांगें पहुंचाने का अनुरोध किया। कहा कि प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में वह 22 वर्षों से अनवरत सेवा देते आ रहे हैं। इसमें सरकार की विभिन्न कार्ययोजनाओं को सफलतापूर्वक संचालित करते आ रहे हैं लेकिन अभी हम लोगों को मात्र दस हजार रुपये ही मानदेय दिया जा रहा है। इससे न तो बच्चों की पढ़ाई-लिखाई हो पा रही है और न ही माता-पिता की दवाई का खर्च निकल पा रहा है। कभी-कभी तो मोबाइल रिचार्ज करने के भी पैसे नहीं बच पाते हैं। हम लोग बेटों व बेटियों की शादी के लिए अत्यधिक चिंतित हैं। उनकी आर्थिक स्थिति एकदम दयनीय हो गई है। शिक्षामित्रों ने मांग किया कि समायोजन प्रक्रिया पूर्ण होने तक 62 वर्ष की सेवा सुरक्षित करते हुए सम्मानजनक वेतनमान लागू किया जाए। मृतक शिक्षामित्रों के आश्रितों को जीवकोपार्जन के लिए नियुक्ति दिलाई जाए। टीईटी व सीटीईटी उत्तीर्ण शिक्षामित्रों को नियमों में शिथिलता देते हुए सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किया जाए। मूल विद्यालय वापसी से वंचित शिक्षामित्रों को एक और अवसर प्रदान किया जाए। ज्ञापन देने में प्रमुख रूप से बृजेश मौर्या,नर्वदेश्वर मिश्रा,ओपी मौर्या, कैलाश यादव,मनोज तिवारी,लालजी,बृजमोहन सिंह,संतोष,बेचू राम,सैयद यूनुस,फैयाज अहमद, संजय, राजदेव, नरसिंह, प्रेमनाथ, रामप्रकाश, विनोद, अनिता, जगदम्बा, कन्हैया, चन्द्रजीत, चंद्रशेखर, चन्द्रमा, नागेन्द्र, रामाश्रय, मुरली, नन्दलाल गिरी, श्रीप्रकाश, बृजबिहारी, रामसागर आदि रहे।