चंदौली। मणिपुर में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद आलोक राव का शव गुरुवार को चकिया कोतवाली स्थित उनके पैतृक गांव रसिया पहुंचा। सेना के असम राइफल्स के जवानों की टुकड़ी उनका शव लेकर गांव पहुंची। इस दौरान शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। युवाओं ने तिरंगा यात्रा निकाली। आलोक राव नक्सलियों से मुठभेड़ में घायल हो गए थे। कोलकाता के कमांड अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार की रात उनकी मौत हो गई थी।
शहीद का शव पहले सोनहूल स्थित सीआरपीफ ग्रुप सेंटर पहुंचा। यहां श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद असम राइफल्स के जवान शव लेकर पैतृक गांव रसिया पहुंचे। इस दौरान रास्ते में जगह-जगह लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी गई। जगह-जगह लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। बंदे मारतम व आलोक राव अमर रहे के नारे गूंजते रहे। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल, चकिया विधायक कैलाश आचार्य, जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे, एएसपी सुखराम भारती, एसडीएम ज्वाला प्रसाद, सीओ रघुराज, भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह, जिला पंचायत सदस्य दीपक पासवान आदि पहुंचे। शहाबगंज, इलिया समेत कई थानों की फोर्स मौजूद रही।