चंदौली। प्राथमिक विद्यालय मैढ़ी के प्रधानाध्यापक कपिलदेव तिवारी की शनिवार को स्कूल में रहस्यमय परिस्थिति में मौत हो गई। घटना के बाद हड़कंप मच गया। विद्यालय की रसोइए ने उन्हें परिसर में जमीन पर गिरा हुआ देखा। घटना की सूचना के बाद ग्राम प्रधान पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और छानबीन में जुटी रही। हेडमास्टर छुट्टी के बावजूद स्कूल गए थे।
इस समय परिषदीय स्कूलों में गर्मी की छुट्टी चल रही है। इसकी वजह से विद्यालय बंद हैं। रसोइयां सुनीता देवी ने स्कूल का गेट खुला देखा तो अंदर चली गई। देखा तो बबुरी क्षेत्र के सिंकदपुर गांव निवासी हेडमास्टर कपिलदेव तिवारी जमीन पर गिरकर तड़प रहे थे। उसने तत्काल पास स्थित दुकान के दुकानदार को बुलाया। वहीं ग्राम प्रधान मनीष कुमार सिंह को सूचना दी। घटना की जानकारी होते ही ग्राम प्रधान भी भागकर मौके पर पहुंचे। जब तक लोग कुछ कर पाते तब तक प्रधानाध्यापक की मौत हो गई। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने घटना के बाबत जानकारी ली। वहीं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्राम प्रधान की मानें तो प्रधानाध्यापक छुट्टी के दौरान भी दो-तीन दिन के अंतराल पर विद्यालय में आकर पेड़-पौधों की सिंचाई करते थे। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आनंद सिंह ने घटना पर शोक व्यक्त किया। कहा कि कपिलदेव तिवारी कर्मठ, सुयोग्य, सर्घषशील शिक्षक थे। अध्यापकों में उनका सर्वोच्च स्थान था। अपनी कर्मठता की वजह से अधिकारियों के भी प्रिय थे। उनके निधन से संगठन व अधिकारियों के बीच सामंजस्य का जो सेतु था वह टूट गया। वह अपने परिवार की तरह स्कूल की देखभाल करते थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना के बारे में स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकता है।