
चंदौली। जनपद समेत आसपास के जिलों में सक्रिय रहा दक्षिण पश्चिमी मानसून शुक्रवार को पूरे उत्तर प्रदेश से विदा हो गया। ऐसे में अब बारिश के आसार नहीं है। आने वाले दिनों में गुलाबी ठंड दस्तक दे सकती है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मानसून सीजन में औसत से लगभग आधी बरसात हुई। इससे धान की खेती का रकबा घट गया और किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को दक्षिण पश्चिमी मानसून यूपी से वापस हो गया। ऐसे में अब बारिश के आसार नहीं है। स्थानीय प्रभाव के चलते बादल हल्की बारिश करा सकते हैं। इस बार जिले में औसत से काफी कम बारिश हुई। इसका सीधा असर धान की खेती पर पड़ा। अवर्षण की वजह से पर्वतीय इलाके में धान की रोपाई नहीं हो सकी।
गंगा के जलस्तर में इजाफा
पिछले दिनों उत्तराखंड व पश्चिमी यूपी के जिलों में भारी बारिश की वजह से गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। शुक्रवार को जलस्तर दो सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। धारा तेज होने की वजह से एहतियात के तौर पर गंगा में नावों के संचालन पर रोक लगा दी गई है।