चंदौली। बेल पर जेल से बाहर माफिया व पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह की मुश्किलें एक बार फिर बढ़त सकती हैं। चंदौली के बहुचर्चित सिकरौरा नरसंहार मामले में आज हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। सिकरौरा गांव में सात लोगों की हत्या कर दी गई थी। इसमें बृजेश सिंह समेत 13 आरोपित हैं।
जानिये पूरी घटना
चंदौली के बलुआ थाना के सिकरौरा गांव में 9 अप्रैल 1986 की रात ग्राम प्रधान रामचंद्र यादव, उनके भाई रामजन्म और सियाराम व चार मासूम बच्चों मदन, उमेश, टुनटुन और प्रमोद की हत्या कर दी गई थी। वारदात की वजह चुनावी रंजिश व जमीन विवाद बताई गई थी। रामचंद्र की पत्नी हीरावती की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में माफिया बृजेश सिंह समेत कुल 13 लोगों को आरोपी बनाते हुए एफआईआर दर्ज की गई थी। ट्रायल कोर्ट ने 2018 में बृजेश सिंह को बरी कर दिया था। हालांकि, वादिनी हीरावली ने निचली अदालत फैसले के खिलाफ अपील दाखिल की। उस पर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर व जस्टिस अजय भनोट की खंडपीठ मामले की सुनवाई कर रही है।