चंदौली। अलीनगर पुलिस व सर्विलांस टीम ने बुधवार को गोधना के समीप मनोहरपुर से दो शातिर चोरों को पकड़ा। चोर चोरी का सामान बेचने जा रहे थे। उसी दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ गए। उनके पास नकदी समेत चोरी किया हुआ लाखों का सामान बरामद किया गया। एसपी अंकुर अग्रवाल ने चोरों की गिरफ्तारी व माल बरामदगी के बारे में पुलिस लाइन सभागार में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए अभियान चला रही है। उसी दौरान सर्विलांस टीम व पुलिस को सूचना मिली कि क्षेत्र में दर्जनों चोरियों को अंजाम दे चुके दो शातिर चोर चोरी का माल बेचने जा रहे हैं। इस पर पुलिस अलर्ट हो गई। शातिर चोरों को मनोहरपुर से पकड़ लिया। गिरफ्तार चोरों की पहचान गोधना निवासी अजय पटेल और पीडीडीयू नगर के व्यासनगर के रहने वाले राजू दास के रूप में हुई। गिरफ्तार अभियुक्तगण के कब्जे से कुल 51 अदद गहने पीली धातु के वजनी 285.98 ग्राम व कुल 67 अदद गहने सफेद धातु के वजनी 1512.3 ग्राम व नगद रुपये 4540 व सिक्के 5883 रु0 तथा तांबे व चांदी के सिक्के कुल 6 अदद, 1 अदद एलसीडी टीवी सोनी कम्पनी की, 3 अदद कैमरा भिन्न भिन्न कम्पनी के , दो अदद मोबाईल फोन भिन्न भिन्न कम्पनी की , 5 अदद कलाई घड़ी भिन्न भिन्न कम्पनी की, 14 अदद घरेलू बर्तन , 20 अदद साड़ी व 3 अदद बेडशीट भिन्न भिन्न रंग का , 2 अदद लेडिज पर्स भिन्न भिन्न रंग का, एक अदद आलमारी त्रिवेणी कम्पनी के अलावा भारी मात्रा में चोरी का सामान बरामद किया गया है। बरामद माल में थाना अलीनगर तथा थाना मुगलसराय पर पंजीकृत मुकदमों के वादीगण अपनी पत्नियों के साथ मौके पर पहुंचकर अपने अपने चोरी गये सामानों व गहनों को पहचाना है। इससे थाना अलीनगर व मुगलसराय के अभी तक कुल सात मुकदमें के माल के आधार पर मुकदमों का अनावरण हुआ है। अभी भी काफी मात्रा में जनपद व गैर जनपद के अन्य चोरियों का सामान है, जिसका खुलासा होना शेष है।
मकान को करते थे टारगेट
शातिर चोरों ने बताया कि हम लोग चोरी की घटना को अंजाम देने से पहले घूम घूम कर रेकी करते थे। उसी मकान को टारगेट करते हैं जिस मकान में ज्यादा माल मिलने की सम्भावना रहती है। मकान चिह्नित कर लेने के बाद हम लोग उन मकानों की निगरानी करते थे, जब उसका मालिक कहीं बाहर जाता था तो हम लोग चोरी की घटना को अंजाम देते थे। बताया कि हम लोग काफी चोरियां दिन में ही करते थे तथा रात में उन मकानों में चोरी करते थे जहां मकान मालिक ताला बन्द करके कहीं चले जाते थे।