चंदौली। आरपीएफ कर्मियों की सैलरी के करोड़ों रुपये फर्जीवाड़ा कर अपनी पत्नी के खाते में ट्रांसफर करने वाले रेलवे क्लर्क को पुलिस ने गुरुवार को कस्टडी रिमांड पर लिया। इस दौरान उसके कैलाशपुरी स्थित किराये के मकान से 11.60 लाख रुपये नकदी और मथुरा में खरीदी गई 82 लाख की जमीन के कागजात बरामद किये। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
रेलवे में क्लर्क के पद पर तैनात कानपुर नगर जनपद के साढ़ थाना के बेरी खेड़ा निवासी युवराज सिंह ने आरपीएफ कर्मियों के खाते में हेराफेरी कर करोड़ों रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिये। इससे करोड़ों की संपत्ति बना ली। लाखों रुपये नकदी, गाड़ी और जमीन खरीदकर खुद अमीर बन गया। आरपीएफ कर्मी के पैसे का भुगतान अटकने के बाद मामला संज्ञान में आया। इस पर आरोपित के खिलाफ मुगलसराय कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने पिछले दिनों गिरफ्तार किया था। कोर्ट के आदेश पर उसे कस्टडी रिमांड लिया गया। पुलिस उससे विस्तार से पूछताछ कर रही है। इस बाबत सीओ अनिरूद्ध सिंह ने बताया कि क्लर्क आरपीएफ कर्मियों की सैलरी बनाता था। उसने सिस्टम का फायदा उठाया। वह सभी कर्मियों की सैलरी बढ़ाकर बनाता था। उसमें उनका एरियर भी एड कर देता था। पैसा अपने पत्नी के खाते में ट्रांसफर कर देता था। अब तक 3.61 करोड़ का गबन सामने आया है। 15 लाख की क्रेटा गाड़ी खरीदी थी, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया। 15 लाख रुपये खर्च कर फतेहपुर जिले में दारू के दो ठेके लिए थे। उसकी भी जानकारी कर ली गई है। पत्नी के नाम से खरीदी जमीन की भी तस्दीक हो चुकी है। बताया कि क्लर्क ने साले की शादी में जेवर भेजवाए थे। उसके बारे में पता करना अभी शेष है।