
संवाददाताः रंधा सिंह
चंदौली। पिछले दिनों सीबीआई ने पटना में पूर्व रेल मंत्री लालू यादव के कई ठिकानों पर दबिश दी। आरोप है कि रेलमंत्री रहते हुए लालू यादव ने कीमती लेकर रेवड़ी की तरह नौकरी बांटी। उस दौरान नौकरी पाने वाले कई कर्मचारी मुगलसराय मंडल में विभिन्न पदों पर तैनात हैं। संभावना जताई जा रही है कि सीबीआई पूछताछ के सिलसिले में कभी भी धमक सकती है। इसे लेकर रेल महकमे में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने रेलवे को नई दिशा दी। हालांकि इस दौरान खूब नौकरियां भी बांटी गईं जो पूर्व रेलमंत्री केे गले की फांस बनती जा रही हैं। पिछले दिनों सीबीआई ने लालू प्रसाद के आवास सहित एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की। आरोप लगे हैं कि लालू यादव ने नौकरियां तो दीं लेकिन बदले में अभ्यर्थियों से कीमती जमीन भी ली, जिसकी रजिस्ट्री अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर करवाई। सीबीआई इसी मामले की जड़ तक पहुंचने में लगी है। सीबीआई की छापेमारी से मुगलसराय रेल मंडल में भी हलचल मची हुई है। यहां भी बिहार से जुड़े एक दर्जन से अधिक कर्मचारी हैं जिन्होंने लालू यादव के कार्यकाल में नौकरी पाई है। चर्चा तो यहां तक है कि सीबीआई पूछताछ से सिलसिले में कभी भी धमक सकती है।