
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए देवरिया से वाराणसी आए दो छात्र बुधवार की सुबह गंगा में स्नान के दौरान तुलसी घाट पर डूब गए। आसपास मौजूद मल्लाहों ने एक छात्र को बचा लिया। जबकि दूसरे की तलाश जल पुलिस, एनडीआरएफ और स्थानीय गोताखारों की मदद से भेलूपुर थाने की पुलिस करा रही है। दोनों छात्रों के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है।
देवरिया जिले के गौरी बाजार थाना अंतर्गत बैतालपुर निवासी अक्षत मणि (21) और आदित्य तिवारी (21) ट्रेन से बुधवार की सुबह कैंट रेलवे स्टेशन पर उतरे। इसके बाद दोनों तुलसी घाट आए। गंगा में स्नान के दौरान पानी के तेज बहाव का अंदाजा न होने के कारण दोनों गहरे पानी की ओर चले गए। दोनों को डूबता देख घाट के आसपास नावों पर मौजूद मल्लाह दौड़े और उन्होंने आदित्य तिवारी को बचा लिया। आनन-फानन में आदित्य को प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया। वहीं पानी का बहाव तेज होने के कारण अक्षत मणि को बचाया नहीं जा सका। अक्षय मणि की तलाश जारी है।
इस बाबत भेलूपुर थाना प्रभारी ने बताया कि आदित्य तिवारी से बातचीत कर दोनों के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। दोनों ही छात्र हैं और वह वाराणसी बाबा विश्वनाथ के साथ ही अन्य प्रमुख देवालयों में दर्शन-पूजन के उद्देश्य से आए थे। दोनों छात्रों के परिजन देवरिया से वाराणसी के लिए रवाना हो चुके हैं। अक्षत मणि की तलाश कराई जा रही है। पूरी उम्मीद है कि अक्षत मणि को जल्द ही खोज लिया जाएगा। भेलूपुर थाना प्रभारी ने कहा कि तुलसी घाट पर हुई घटना दुखद है। गंगा में आई बाढ़ के कारण लोगों को स्नान करने के दौरान सतर्कता बरतने के लिए लगातार आगाह किया जा रहा है। इस समय गंगा के सभी घाट स्नान के लिए उपयुक्त नहीं हैं।