चंदौली। अंगूर के लिए मां की डांट बाल मन को आहत कर गई। घर से स्कूल के लिए निकला तो वापस नहीं लौटा। परिजनों की जैसे सांस ही अटक गई। घर में चूल्हा तक जलना बंद हो गया। पुत्र वियोग में मां-बाप जैसे बेसुध हो गए थे। पांच दिन बाद सोमवार को पिता के मोबाइल पर दिल्ली से साथी संस्था का फोन आया और उन्होंने लकी से बात कराई तो घर वालों की जान में जान आई। जी हां बात हो रही है सकलडीहा क्षेत्र के तुलसी आश्रम कस्बा निवासी सूबेदार कुशवाहा के 11 वर्षीय पुत्र लकी की, जो विगत 20 अप्रैल से ही लापता था।
लकी मां की डांट से नाराज होकर घर छोड़कर भाग गया। तुलसीआश्रम रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ी और इस ट्रेन से उस ट्रेन होता दिल्ली पहुंच गया। इधर घरवाले परेशान हो गए थे। गांव-गांव, शहर-शहर बच्चे को ढूंढ रहे थे। सोमवार को सुबेदार कुशवाहा के मोबाइल पर फोन आया। नई दिल्ली से साथी संस्था के सदस्य ने बताया कि बच्च उनके पास सुरक्षित है। वीडियो कालिंग के जरिए बच्चे से बात कराई तो परिवार वालों की जान में जान आई। बच्चे को लेने लिए सुबेदार दिल्ली रवाना हो गए हैं। बताया कि बेटे का पता चल गया है। वह साथी संस्था के संरक्षण में है।