REPORTER: तरुण भार्गव
चंदौली। यह खबर पंचायती राज विभाग और उन अधिकारियों के लिए है जिनके कंधों पर स्वच्छ भारत मिशन का भार है। चकिया तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा बोदलपुर में लाखों रुपये खर्च कर बना सामुदायिक शौचालय पानी और अन्य संसाधनों के अभाव में मात्र शोपीस बनकर रह गया है। ग्रामीणों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा। ग्रामीण खुले में शौच करने को विवश हैं।
बोदलपुर में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्रामवासियों के उपयोग के लिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण करवाया गया था। लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं होने से सामुदायिक शौचालय शौचालय धूल फांक रहा है। शौचालय की निगरानी व देखरेख के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को नियुक्त किया गया है। प्रधान व ब्लॉक के अधिकारियों की उदासीनता के कारण उक्त योजना परवान नहीं चढ़ पा रही। स्वयं सहायता समूह की महिला शीला ने बताया कि पानी की कमी के बाबत वर्तमान ग्राम प्रधान से लेकर ब्लॉक के अधिकारियों तक को सूचित करने के बावजूद अभी तक पानी की व्यवस्था नहीं हो पाई है, जिससे ग्रामीण इसका उपयोग नहीं कर पा रहे। सरकार की महत्वकांक्षी योजना लालफीताशाही की भेंट चढ़ गई है। देखना यह है कि अधिकारियों की नजर इस समस्या पर कब पड़ती है।