चंदौली। मुख्यालय पर जलनिकासी की व्यवस्था हमेशा से खस्ताहाल रही है। इस बार मानसून सीजन में अपेक्षाकृत काफी कम बारिश हो रही, फिर भी तेज बरसात के बाद सरकारी दफ्तरों में जलभराव की समस्या पैदा हो जा रही। सोमवार की भोर में हुई तेज बारिश के बाद पुलिस लाइन व कोतवाली में झील जैसा नजारा देखने को मिला। परिसर में घुटने भर पानी भर गया। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने मीटिंग हाल में बैठकर लोगों की समस्या सुनी। जलभराव से पुलिसकर्मियों को दिक्कत हुई। वहीं फरियादियों को भी फजीहत झेलनी पड़ी।
जनपद सृजन के दो दशक बाद भी मुख्यालय पर मूलभूत सुविधाएं बेहतर नहीं हो सकी हैं। सबसे अहम समस्या जलनिकासी की है। हालांकि नगर पंचायत प्रशासन इसको लेकर गंभीर नहीं है। नाले-नालियों की सफाई व अतिक्रमण हटवाने का दावा तो किया जाता है, लेकिन बारिश के दौरान सारी तैयारी की पोल खुल जाती है। नगर की सड़कों व गलियों के साथ ही सरकारी दफ्तरों में भी पानी भर जाता है। इससे काफी दिक्कत होती है। इसको लेकर नागरिकों की ओर से कई बार आवाज उठाई जा चुकी है, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। इसके चलते समस्या बदस्तूर है।
पंप लगाकर निकाल रहे पानी
जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने की वजह से पंप लगाकर पानी निकाला जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी फायरब्रिगेड को सौंपी गई है। बहरहाल, एक दिन तेज बारिश में ऐसे हालात हैं तो यदि कई दिनों तक लगातार बारिश हुई तो स्थिति बदतर हो जाएगी।
एनएचएआई ने नहीं पूरा कराया नाली निर्माण
जलनिकासी के रास्ते में सबसे बड़ा बाधक राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का उदासीन रवैया भी है। एनएचएआई प्रशासन ने मुख्यालय पर अभी तक कई स्थानों पर सर्विस रोड व नाली निर्माण का कार्य अधूरा छोड़ रखा है। इसकी वजह से बारिश का पानी निकलने में मुश्किल होती है।