चंदौली। चुनाव ड्यूटी से भाग रहे मतदान कार्मिकों की बीमारी की बहानेबाजी नहीं चलेगी। उन्हें मेडिकल बोर्ड के सामने पेश होना होगा। बोर्ड में शामिल विशेषज्ञ चिकित्सकों की जांच और संस्तुति के बाद ही कार्मिकों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया जाएगा। जिला अस्पताल सभागार में 14 व 15 फरवरी को बोर्ड बैठेगा।
विधानसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए मतदान कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें कई प्रशिक्षण में गायब रहे। वहीं कई ने बीमारी की दलील देते हुए चुनाव ड्यूटी से मुक्त होने के लिए निर्वाचन दफ्तर में आवेदन किया है। कोरोना संक्रमितों व गंभीर बीमारियों से ग्रसित कार्मिकों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया जा सकता है, लेकिन उन्हें इसके लिए स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट के साथ मेडिकल बोर्ड के सामने पेश होना होगा। मेडिकल बोर्ड में शामिल चिकित्सक जांच रिपोर्ट के साथ ही कार्मिकों के स्वास्थ्य की जांच करेंगे। बोर्ड की संस्तुति के बाद कार्मिकों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त करते हुए उनके स्थान पर रिजर्व कार्मिकों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
सुबह 10 से शाम पांच बजे तक बैठेगा बोर्ड
जिला अस्पताल सभागार में मेडिकल बोर्ड सुबह 10 से शाम पांच बजे तक बैठेगा। इस दौरान एक-एक कर मतदान कार्मिकों के स्वास्थ्य व उनकी जांच रिपोर्ट की पड़ताल की जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव सिंह ने प्रशिक्षण में अनुपस्थित व चुनाव ड्यूटी से मुक्त होने के लिए आवेदन करने वाले कार्मिकों को बोर्ड के सामने पेश होने का आदेश दिया है।
बोर्ड के समक्ष पेश न हुए तो होगा मुकदमा
प्रशिक्षण में अनुपस्थित कार्मिकों को बोर्ड के सामने पेश होना अनिवार्य है। यदि निर्धारित तिथियों में उपस्थित नहीं हुए तो घोर लापरवाही मानी जाएगी। ऐसे कार्मिकों के खिलाफ प्रशासन मुकदमा दर्ज कराएगा।