चंदौली। जीआरपी डीडीयू थाना प्रभारी राशिद अली आठ दिन भी नहीं टिक सके। विभाग ने उनका तबादला कर दिया। वैसे स्थानांतरण के पीछे पत्नी की बीमारी का हवाला दिया जा रहा है। लेकिन सोर्सेज की माने तो इसकी वजह कुछ और ही है। सपा सरकार में राशिद अली का खूब सिक्का चलता था। इन्हें तत्कालीन सरकार के कुछ मंत्रियों का करीबी माना जाता था।
जीआरपी डीडीयू में चार माह के भीतर दो प्रभारी बदल दिए गए। पहले एके दुबे को तीन माह के कार्यकाल के बाद ही हटा दिया गया। इसके बाद थाने का प्रभार पाने वाले 2001 बैच के एसआई राशिद अली का आठ दिन बाद ही तबादला कर दिया गया। इस स्थानांतरण को लेकर महकमे में काफी चर्चा है। राशिद अली के बारे में बताया जाता है कि सपा सरकार में नागरिक पुलिस मेंरहने के दौरान विभाग में इनकी तूती बोलती थी। पूरा परिवार पुलिस विभाग की सेवा कर चुका है। सपा सरकार के कुछ रसूखदार मंत्रियों से इनकी काफी करीबी मानी जाती थी। बहरहाल सीओ जीआरपी ने बताया कि पत्नी की तबीयत खराब होने के चलते जीआरपी थाना प्रभारी राशिद अली डीडीयू थाने में काम करने में असमर्थ थे। अपने स्थानांतरण के लिए खुद आवेदन किया था। लिहाजा उनका तबादला कर दिया गया है। अभी थाना प्रभारी के तौर पर किसी की तैनाती नहीं हुई है।
1 minute read