
चंदौली। प्रशासनिक अधिकारियों और सत्ता पक्ष के जिम्मेदार नेताओं के दावों के इतर गेहूं खरीद की स्थिति दयनीय है। उदाहरण के तौर धानापुर विकास खंड के सहकारी समिति बभनियाव व ढोढ़ीया को देखा जा सकता है। यहां पीसीएफ की ओर से खरीद केंद्र तो खोले दिए गए लेकिन खरीद नहीं के बराबर है। तकरीबन तीन दिंन बंद रहने के बाद शुक्रवार को दोनों केंद्रों पर महज दो किसानों का गेहूं खरीदा गया। मौसम की मार से बेहाल किसानों की परेशानी और बढ़ गई है। वैसे गेहूं खरीद के नोडल अधिकारी व डिप्टी आरएमओ अनूप श्रीवास्तव का कहना है कि यदि ऐसी शिकायत है तो कल ही दोनों केंद्रों की जांच कराई जाएगी। किसानों का गेहूं हर हाल खरीदा जाएगा।
बभनियाव और ढोढ़ीया क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद की स्थिति काफी दयनीय है। क्रय केंद्रों पर रोज चक्कर लगाकर आजिज आ चुके किसान बिचैलियों के माध्यम से कम दाम पर अपनी फसल बेचने को विवश हैं। किसान पंचम यादव, दिवाकर राय, प्यारे यादव, फेकू यादव, अमरनाथ यादव का कहना है की पंजीकरण के बाद सत्यापन के लिए किसानों को तहसील का चक्कर लगाना पड़ता है। वहां से आने के बाद टोकन नहीं मिल रहा, जिससे किसान परेशान होकर अपनी उपज औने-पौने दामों पर साहूकारों को बेच रहे। दोनों क्रय केंद्र खरीद नहीं कर पा रहे। चेताया की शीघ्र ही खरीद नहीं हुई तो किसान आन्दोलन करेंगे।
पूर्व विधायक ने लगाए गंभीर आरोप
सैयदराजा केे पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने आरोप लगाते हुए कहा पूरे जनपद में गेहूं खरीद की स्थिति काफी खराब है। केंद्रों पर किसानों की फसल सड़ रही है। कहा कि जिले में 10 नए क्रय केंद्र खुलवाकर अपनी पीठ थपथपा रहे भाजपा के विधायक बताएं कि जिले में 30 केंद्र बंद हो गए उसका जिम्मेदार कौन है। पिछले वर्ष जिले में 71 क्रय केंद्र खुले थे इस दफा मात्र 41 केंद्र संचालित हो रहे हैं। तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के जनप्रतिनिधि बताएं कि पिछले वर्ष जिले में किसकी सरकार थी। किसानोें का गेहूं क्यों नहीं खरीदा जा रहा। कहा कि इस सरकार में केवल किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है।