चंदौली। पूर्व सीएम अखिलेश यादव की गिरफ्तारी के बाद जिलाधिकारी को पत्रक देने की मांग पर अड़े सपाइयों का धरना सोमवार की रात दो बजे समाप्त हुआ। वैसे तो सपा नेता अपराह्न ही डीएम को पत्रक देने कलेक्ट्रेट पहुंच गए थे लेकिन डीएम खुद पत्रक लेने नहीं आए और धीरे से निकल गए तो सपाइयों ने कार्यालय के बाहर ही धरना दे दिया। लिट्टी चोखा लगाया, कीर्तन किया और पूर्व विधायक मनोज सिंह ने बिरहा की तान भी छेड़ी। बहरहाल डीएम संजीव कुमार मय लाव-लश्कर देर रात मौके पर पहुंचे और पत्रक लिया इसके बाद सपाई वापस लौटे।
लखीमपुर खीरी जाते समय पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की गिरफ्तारी से भड़के सपाजनों ने सोमवार को मुख्यालय स्थित धरनास्थल पर धरना दिया। इसके बाद दोपहर करीब तीन बजे जिलाधिकारी को पत्रक देने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे। कार्यकर्ताओं को गेट पर ही रोक दिया गया। वहीं डीएम ने अपने स्थान पर किसी अन्य को पत्रक लेने के लिए भेज दिया। इससे सकलडीहा से सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव और पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू नाराज हो गए। वहीं सपाजन डीएम को ही पत्रक सौंपने पर अड़ गए। काफी देर तक जब जिलाधिकारी नहीं आए तो कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट के गेट पर ही धरना पर बैठ गए। सपाजन भी मौके पर डीएम को बुलाने का मन बनाकर ही गए थे। गेट पर ही बाटी-चोखा के लिए अहरा फूंक दिया। इसके बाद बाकयदा ढोलक आदि मंगाकर हरिकीर्तन और बिरहा गाने लगे। धरना के साथ गीत-संगीत का दौर रात लगभग दो बजे तक चलता रहा है। अंत में डीएम व एसपी रात दो बजे के आसपास कलेक्ट्रेट गेट पहुंचे। धरनारत सपाजनों से पत्रक लिया। इसके बाद कार्यकर्ता माने और धरना समाप्त किया। उनका कहना रहा कि प्रशासन के अड़ियल रवैये की वजह से ऐसा करना पड़ा।