चंदौली। किसानों की समस्या पर चर्चा करने और निस्तारण के लिए बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान किसानों ने पुलिया, पंप कैनाल और धान खरीद के लिए क्रय केंद्रों को खोलने संबंधी मुद्दे उठाए। वहीं भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने भी कई मुद्दे चर्चा के लिए अधिकारियों के सामने प्रस्तुत किए। आरोप है कि अफसर किसानों के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा करने की बजाए, आपस में कानाफूंसी व मोबाइल चलाने में व्यस्त दिखे। संगठन की ओर से सुझाए गए मुद्दों पर चर्चा नहीं की गई। ऐसे में पदाधिकारियों ने आयोजन का बहिष्कार कर दिया। वहीं कृषि मंत्री व सीएम से अफसरों की लापरवाही की शिकायत की चेतावनी दी।
जिलाध्यक्ष संतोष मिश्रा ने आरोप लगाया कि किसान दिवस में चर्चा के लिए नहरों के संचालन, धान क्रय केंद्र के मुद्दे रखे गए। हालांकि अधिकारियों ने इस पर विचार करने से मना कर दिया। सिर्फ पिछले किसान दिवस में आए मुद्दों पर चर्चा कर कार्रवाई पूरी कर ली। कहा कि अधिकारियों का किसानों की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है। कहा कि इसकी शिकायत कृषि मंत्री व सीएम से की जाएगी।
क्षतिग्रस्त कुलावों की जानकारी न होने पर एई को फटकार
किसान में दिवस में आए बंधी प्रखंड के सहायक अभियंता को क्षतिग्रस्त कुलावों की जानकारी नहीं थी। इस पर सीडीओ अजितेंद्र नारायण ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने अधिकारियों को किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करने के निर्देश दिए।