चंदौली। डीएम संजीव सिंह ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। जिले में जनकल्याणकारी योजनाओं और निर्माणाधीन परियोजनाओं की खराब स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई और सबकुछ दुरुस्त करने का निर्देश दिया। जिले में कई आंगनबाड़ी केंद्र व सामुदायिक शौचालय अधूरे हैं। वहीं पुल, सड़क और आरओबी निर्माण की प्रगति भी ठीक नहीं है। डीएम ने विभागाध्यक्षों व कार्यदाई संस्थाओं के प्रतिनिधियों को जल्द निर्माण पूरा कराने की सख्त हिदायत दी।
जिले में आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने की रफ्तार काफी धीमी है। इस पर सीएमओ को निर्देशित किया कि सीएससी (कामन सर्विस सेंटर) की मदद से जल्द शत-प्रतिशत पात्रों के गोल्डेन कार्ड बनाए जाएं। परिवार नियोजना पर भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने लक्ष्य के अनुरूप वैक्सीनेशन में तेजी लाने पर जोर दिया। कहा, इसकी नियमित मानीटरिंग की जाए और लोगों को जागरूक कर अधिक से अधिक वैक्सीनेशन कराएं। स्वास्थ्य केंद्रों पर जरूरी दवाओं की उपलब्धता बनी रहे। आशाओं के लंबित मानदेय का शीघ्र भुगतान किया जाए। आपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत बनवाए जा रहे पंचायत भवन, आंनगबाड़ी केंद्र, प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूल के निर्माण की प्रगति के बारे में जानकारी ली। इन्हें जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया। कहा, निर्माण की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। डीपीआरओ ने बताया कि 734 सामुदायिक शौचालय के सापेक्ष 547 का निर्माण हो चुका है। शेष का निर्माण प्रगति पर है। डीएम ने कहा, निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालयों का निर्माण जल्द पूरा कराएं। जिले में सरकारी सस्ते गल्ले की रिक्त 21 दुकानों का शीघ्र आवंटन किया जाए। समाज कल्याण अधिकारी को हिदायत दी कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शीघ्र तिथियों का निर्धारण कर गरीब बेटियों की शादी कराएं। इसमें हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कन्या सुमंगला योजना के लंबित आवेदनों का निस्तारण भी जल्द कर लिया जाए। उन्होंने जिले में निष्क्रिय दुग्ध उत्पादन समितियों को जल्द सक्रिय करने पर बल दिया। ताकि दूध का उत्पादन बढ़ाया जाए। कहा, बेसहारा पशुओं को चिह्नित कर आश्रय दिलाया जाए। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लंबित आवेदनों को शीघ्र निस्तारण कर लाभार्थियों के खाते में धनराशि भेजवाएं। सीडीओ अजितेंद्र नारायण, सीएमओ वीपी द्विवेदी, डीडीओ पदमकांत शुक्ला, सीवीओ डाक्टर एसपी पांडेय, पीडी सुशील कुमार, बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे।
1 minute read