चंदौली। जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने गोवंश आश्रय स्थलों में सुविधाओं की समीक्षा की। पशुओं में स्कीन की बीमारी लंपी के बारे में पशुपालन विभाग की तैयारी के बाबत जानकारी ली। वहीं लचर कार्यप्रणाली पर सकलडीहा व चहनियां ब्लाक के पशु चिकित्साधिकारियों को चेतावनी पत्र और चतुरीपुर आश्रय स्थल के निर्माण में देरी पर कार्यदायी संस्था को नोटिस जारी की कार्रवाई की। डीएम के सख्त रूख से अधिकारियों में खलबली मची रही।
डीएम ने कहा कि पशुओं के चारागाह के लिए चिह्नित 36 स्थानों पर तत्काल हरे चारे की बुआई शुरू कराई जाए। अभी तक जिन बीडीओ ने इस दिशा में काम नहीं कराया है, उन्हें चेतावनी पत्र जारी किया जाए। सहभागिता योजना के अंतर्गत दिए गए गोवंशो का सत्यापन रिपोर्ट कराकर प्रत्येक माह की 10 तारीख तक प्रत्येक दशा में भुगतान हेतु बिल प्रेषित किया जाए। निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों का सत्यापन नोडल अधिकारी हर माह दो बार करें। आश्रय स्थलों में शेड, भूसा घर, बाउंड्री वाल, चरही, प्रकाश, पेयजल, पर्याप्त साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित रहे। निर्माणाधीन कार्यों को तेजी से पूर्ण करा लिया जाए। बीमार पशुओं के समुचित इलाज एवं देखभाल किया जाना चाहिए। उन्होंने संबंधित विभाग को जल्द कैटल कैचर खरीदरकर निराश्रित बेसहारा पशुओं को पकड़कर आश्रय स्थल पहुंचाने के निर्देश दिए।
अधिकारी आपस में बनाएं समन्वय
जिलाधिकारी ने कहा कि गोवंश आश्रय स्थल समेत अन्य योजनाओं के सही ढंग से क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल व समन्वय जरूरी है। इसलिए अधिकारी बीच-बीच में बैठक करते रहें। योजनाओं के सही ढंग से क्रियान्वयन की रणनीति बनाकर काम करें। बैठक में सीडीओ अजितेंद्र नारायण, सीएमओ डा. वाईके राय, सीवीओ डा. एके वैश्य, सभी एसडीएम व विभागीय अधिकारी रहे।