चंदौली। मंडी समिति में गेहूं नहीं बिकने से क्षुब्ध किसानों ने कान पकड़कर उठक बैठक की। जिसके बाद जिलाधिकारी संजीव सिंह कृषि मंडी स्थित गेहूं क्रय केंद्रों पर पहुंचे। मानक के अनुरूप संसाधनों के उपलब्धता की जांच की। इस दौरान केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में कांटा, बोरा, नमी मापक यंत्र व अन्य संसाधन मिले। उन्होंने केंद्र प्रभारियों को पारदर्शी तरीके से गेहूं खरीद के निर्देश दिए। चेताया कि बेवजह किसानों को बार-बार दौड़ाने की शिकायत मिली तो कार्रवाई तय है।
डीएम ने केंद्रों पर निरीक्षण पंजिका, शिकायत पंजीकरण रजिस्टर व अन्य अभिलेखों का अवलोकन किया गया। इसके बाद उन्होंने वजन करके रखे गए अनाज की अपने सामने तौल कराई। वजन मानक के अनुरूप सही पाया गया। उन्होंने गोदाम में रखे बोरा का भी अवलोकन किया। केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया कि रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही नंबर लगाकर किसानों के गेहूं की तौल कराई जाए। इसमें किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। जिलाधिकारी ने मंडी में मौजूद किसान सुनील सिंह के खतौनी व रजिस्ट्रेशन का मिलान कराया। बताया कि शासन स्तर से सामान्य गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। पंजीकरण कराने वाले किसानों का ही अनाज केंद्रों पर खरीदा जाएगा। एसडीएम को निर्देशित किया कि तहसीलों में पोर्टल पर लंबित गेहूं खरीद रजिस्ट्रेशन का लेखपाल के माध्यम से सत्यापित कराते हुए गेहूं की खरीद समय से सुनिश्चित कराई जाए। इसमें बेवजह विलंब न करें। बताया कि मुख्यालय व तहसील स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। तहसील स्तर पर उप जिलाधिकारी के सीयूजी नंबर बनाए गए हैं। केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक खरीद केंद्र पर बैनर लगाया जाएं। इस पर गेहूं खरीद का मूल्य, केंद्र प्रभारी का नाम, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी, एसडीएम का नाम व मोबाइल नंबर और खरीद के मानक प्रदर्शित किया जाए। जिले में इस बार 83 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। फिलहाल 40 क्रय केंद्र खोले गए हैं। उन्होंने नवीन मंडी के गेट पर हेल्प डेस्क बनाने के निर्देश दिए। कहा कि जिन किसानों की उपज अगले दिन खरीदी जानी है, उन्हें एक दिन पहले ही सूचित कर दें। एडीएम उमेश मिश्रा, एसडीएम सदर अविनाश कुमार, डिप्टी आरएमओ अनूप श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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