चंदौली। अरसे बाद शुरू हुए समाधान दिवस में अफसरों की लापरवाही देखने को मिली। चार माह बाद तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित हुआ। कमिश्नर दीपक अग्रवाल व आइजी एसके भगत ने सदर तहसील में फरियादियों की समस्या सुनी। डीएम संजीव सिंह की अध्यक्षता में सकलडीहा तहसील में समाधान दिवस आयोजित हुआ। डीएम ने अनुपस्थित नौ अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने के साथ ही नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण प्राप्त करने का निर्देश दिया।
सदर तहसील में कांटा गांव में कोटेदार के खिलाफ ग्रामीणों ने प्रार्थना पत्र दिया। खाद्यान्न वितरण में मनमानी का आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई की मांग की। मंडलायुक्त ने डीएसओ देवेंद्र प्रताप सिंह को जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। सैयदराजा नगर पंचायत इलाके के घरों का पानी कृषि भूमि में गिराए जाने की शिकायत पर ईओ को निर्देशित किया कि मौके पर जाकर समस्या का निस्तारण कराएं। आइजी ने एएसपी को निर्देशित किया कि भोजापुर में पुलिस लाइन के लिए चिह्नित भूमि की जल्द चहारदीवारी कराएं। संपूर्ण समाधान दिवस में 17 मामले आए, इसमें मात्र पांच का मौके पर निस्तारण किया गया। सकलडीहा तहसील में डीएम के सामने तालाब व सार्वजनिक जमीन में अवैध कब्जे की शिकायतें आईं। उन्होंने तालाबों व पट्टे की जमीन को तत्काल कब्जा मुक्त कराने का निर्देश दिया। उन्होंने संपूर्ण समाधान दिवस में अनुपस्थित सीएमओ डाक्टर वीपी द्विवेदी, डीएफओ दिनेश सिंह, पीडी सुशील कुमार, एआर कोआपरेटिव सोमी सिंह, डीपीआरओ ब्रह्मचारी दूबे, उपायुक्त उद्योग गौरव मिश्रा, एक्सईएन आरईएस, लोक निर्माण, सिंचाई को नोटिस जारी करने के साथ ही एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। सामने आए 80 प्रार्थना पत्रों में मात्र आठ का निस्तारण हो सका। चकिया में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने समस्याएं सुनीं। 42 प्रार्थना पत्रों में मात्र दो का निस्तारण किया जा सका। बिलारीडीह स्थित मुगलसराय तहसील में एसडीएम विजय नारायण सिंह की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इसमें 23 प्रार्थना पत्र पड़े। हालांकि किसी का निस्तारण नहीं हो सका। इसी तरह नौगढ़ में उप जिलाधिकारी डाक्टर अतुल गुप्ता की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इसमें 20 प्रार्थना पत्र पड़े। नौ का निस्तारण किया गया।