चंदौली। चकिया तहसील क्षेत्र में बिजली बिल बकाया होने पर किसानों की बिजली काटे जाने के विरोध में अखिल भारतीय किसान एवं ग्रामीण मजदूर सभा मुखर हो गई है। इसके विरोध में कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को विद्युत उपकेंद्र पर विरोध-प्रदर्शन किया। अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम संबोधित पत्रक एसडीओ को सौंपकर पंजाब की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी कृषि कार्य के लिए फ्री और गरीबों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की मांग की। चेताया कि यदि कनेक्शन काटने की कार्रवाई नहीं रुकी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
कार्यकर्ताओं ने बिजली का निजीकरण रोकने, गरीबों को फ्री बिजली, पंजाब की तरह यूपी में भी कृषि कार्य के लिए मुफ्त बिजली, बकाया बिजली बिल की वसूली के नाम पर प्रताड़ना बंद करने की मांग की। भाकप(माले) राज्य स्थाई समिति सदस्य अनिल पासवान ने कहा कि भाजपा सरकार सरकारी संस्थाओं को निजी हाथों में बेच रही हैं। इसी कड़ी में अब बिजली विभाग भी निजी हाथों में बेचने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसीलिए बिजली विभाग में समस्याओं को सरकार प्रायोजित पैदा करना तथा हल करने के नाम पर कोई कार्यवाही करने की बजाय गरीबों का कनेक्शन काटना तथा उनसे भारी व फर्जी बिल दे कर पैसा वसूलना शुरू किया गया है। यह सरकार की किसान व गरीब विरोधी नीतियों को दर्शाता है। अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के जिला संयोजक रामायण राम ने कहा कि गांव में बिजली विभाग के कर्मचारी बकाया बिजली बिल की बात कह कर गरीबों के कनेक्शन काट दे रहे हैं, जबकि बिजली बिल अनियमित भेजने की वजह से और कई महीने या सालों बीत जाने के बाद अचानक से हजारों लाखों रुपए का बिल भेजने की वजह से उसकी भरपाई करना गरीबों के लिए मुश्किल हो जाता है। सरकार गरीबों को फ्री बिजली का झांसा देकर लाखों रुपए वसूल रही है। भाकपा(माले) ब्लाक सचिव शहाबगंज चंद्रिका यादव, ब्लाक सचिव चकिया विजयी राम, खेग्रामस ब्लाक संयोजक शहाबगंज परमहंस राम, खेग्रामस ब्लाक संयोजक चकिया राम वचन पासवान, किसान महासभा जिला कौंसिल सदस्य राम किसून पाल, राम वचन बनवासी समेत अन्य मौजूद रहे।