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चंदौलीराज्य/जिलाशिक्षा

चंदौली के तेज-तर्रार आईएएस अधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा का एक रूप यह भी

चंदौली। भू-माफियाओं की आंख की किरकिरी बने चकिया एसडीएम और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा की सख्त छवि से इतर एक रूप और भी है जो उन्हें युवाओं में खासा लोकप्रिय बनाए हुए हैं। दरअसल यह आईएएस अधिकारी गरीब वर्ग के होनहार छात्रों की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद कर रहे हैं वह भी बिल्कुल मुफ्त। अपने चैनल के जरिए ज्ञानवर्धक वीडियो स्मार्ट क्लास के माध्यम से तैयार कर यूट्यूब पर उपलब्ध करा रहे हैं।

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने यूट्यूब पर प्रेमप्रकाश मीणा आईएएस के नाम से एक मुफ्त चैनल तैयार किया है। इसपर समय-समय पर ज्ञानवर्धक और प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़े वीडियो अपलोड करते रहते हैं। मेधावी छात्र उनकी इस पहल का खूब लाभ उठा रहे हैं। दरअसल 2018 बैच के आईएएस अधिकारी राजस्थान के अलवर जिले के अति पिछड़े गांव से आते है। उन्हें बखूबी पता है कि ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को अपना भविष्य संवारने में किस तरह की मेहनत करनी पड़ती है। लिहाजा आईएएस बनने केे बाद जनता की सेवा के साथ उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए होनहार छात्रों की मदद करने की भी ठानी और अपने यूट्यूब चैनल के जरिए मुफ्त में राज्यस्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं समेत यूपीपीएससी की तैयारी से जुड़ी सामग्री अपने अनुभव के साथ मुहैया करा रहे हैं। प्रेम प्रकाश मीणा की योजना इस मुहिम में और भी आईएएस अधिकारियों को शामिल करने की है। बताया कि अभी प्राचीन इतिहास और करेंट अफेयर्स की कक्षाएं शुरू की गई हैं अगले सप्ताह से कुछ अन्य लोगो और अधिकारियों की मदद से अर्थशास्त्र और राजनीति शास्त्र की कक्षाएं भी शुरू की जाएंगी। आईएएस मीणा सिविल सर्विस में आने से पहले ऑयल और गैस क्षेत्र की मल्टीनेशनल कंपनियों में लगभग 10 वर्षो तक काम कर चुके हैं। जिस वक्त उन्होंने नौकरी छोड़ी उनका सालाना पैकेज लगभग 1 करोड़ 91 लाख रुपये था। उन्होंने आईआईटी मुम्बई से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। इनका यूपीएससी में दो बार चयन हुआ है। 2017 में इनको आईआरएस कैडर मिला लेकिन उन्होंने इसे छोड़ दिया 2018 में 102 वीं रैंक प्राप्त हुई। इन्हें आईएएस कैडर मिला।

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