REPORTER: तरुण भार्गव
चंदौली। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा के खिलाफ बार एसोसिएशन चकिया से जुड़े अधिवक्ताओं ने आंदोलन और तेज कर दिया है। अधिवक्ता पिछले पांच दिन से न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए आंदोलन कर रहे हैं। सोमवार को बार एसोसिएशन सकलडीहा, चंदौली और इलाहाबाद के अधिवक्ताओं ने भी आंदोलन को अपना समर्थन दिया। वकीलों ने नगर में जुलूस निकाला और जमकर नारेबाजी की। चेताया कि एसडीएम चकिया के हटने तक लड़ाई जारी रहेगी। वहीं मामले से इतर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने एसडीएम न्यायालय में मुकदमों की नियमित सुनवाई जारी रखी। दरअसल अधिवक्ताओं के अवकाश संबंधी प्रस्ताव को एसडीएम ने खारिज कर दिया, जिसके बाद से वकील नाराज चल रहे हैं।
अधिवक्ताओं ने जुलूस निकाल नारेबाजी की
बार एसोसिएशन के प्रस्ताव को एसडीएम चकिया ने अनावश्यक बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया। जिसके बाद से अधिवक्ता आंदोलित हैं और एसडीएम को हटाने की मांग कर रहे हैं। सोमवार को वकीलों ने न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए जुलूस निकाला। वहीं आम जनमानस को राहत देते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व चकिया उप जिलाधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा ने न्यायालय में बैठकर मामलों की सुनवाई की। हालांकि अधिवक्ताओं से गतिरोध से न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहा है और वादकारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने रखा अपना पक्ष
एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा का कहना है कि अधिवक्ताओं से निवेदन किया जा चुका है कि धरना समाप्त करें। कोई समस्या है तो उसे शालीनता से रखें। यदि उन्हें इस बात से दिक्कत है कि कोर्ट क्यों चल रहा है तो यह उचित नहीं है। कोर्ट का चलना शासकीय हित और जनहित में जरूरी है। 42 डिग्री तापमान में जो लोग यह सोचकर आते हैं कि आज मेरी समस्या हल हो जाएगी कोर्ट नहीं चलने से उन्हें निराशा होती है। अभी तक लोगों की यह शिकायत रहती थी कि अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। लेकिन यह पहला मौका है जब अधिवक्ता इस बात को लेकर आंदोलन कर रहे हैं कि एसडीएम इतना काम क्यों कर रहे हैं। कोर्ट क्यों चला रहे हैं। लेकिन लोगों को न्याय दिलाना मेरा उत्तर दायित्व है।