चंदौली। तहसीलों में भ्रष्टाचार की जड़ें काफी गहरी हैं। यह किसी से छिपा नहीं है। लोग तहसील का काम कराने चलते हैं तो पहले की मन बना लेते हैं कि साहब व बाबू को कुछ न कुछ चढ़ावा जरूर चढ़ाना होगा। हालांकि तहसीलों में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। एडीएम के निर्देश पर सभी तहसीलों में नोटिस चस्पा की गई है। इसमें तहसीलों में सुविधा शुल्क का लेन-देन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात कहते हुए इसकी सूचना देने के लिए तहसीलदारों का नंबर भी अंकित किया गया है।
नोटिस में स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि तहसील आने वाले लोग किसी भी व्यक्ति को सुविधा शुल्क कदापि न दें। यदि कोई भी व्यक्ति, अधिवक्ता अथवा आउटसाइडर इस प्रकार की डिमांड करता है तो तत्काल एसडीएम व तहसीलदार दफ्तर जाकर सूचित करें। अथवा नोटिस में अंकित मोबाइल नंबर पर फोन कर सूचना दें। दरअसल तहसीलों में आउटसाइडर भी सक्रिय हैं, जो अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए सुविधा शुल्क वसूलते हैं। इसके बदले अफसर-कर्मचारियों से उनका काम करवाते हैं। इसके चलते गरीबों का काम अटक जाता है, क्योंकि उनके पास देने के लिए पैसे नहीं होते। उन्हें अपना काम कराने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं। प्रशासन के नए फरमान के बाद तहसीलों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगने की उम्मीद जगी है।