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चंदौलीराज्य/जिलाविधान सभा चुनाव

चकिया विधानसभा में संघ ने भी संभाली कमान, प्रत्याशियों के लिए चुनावी घमासान नहीं होगा आसान

संवाददाताः कार्तिकेय पांडेय

चंदौली। चकिया विधानसभा में इस बार भाजपा ने संघ से जुड़े कैलाश आचार्य को अपना उम्मीदवार बनाया है। सक्रिय राजनीति से दूर रहे भाजपा प्रत्याशी के चुनाव प्रचार की कमान आरएसएस ने अपने हाथ में ले ली है। जनसंपर्क के साथ ही सरकार व संगठन की नीतियां गिनाकर एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी की नैया पार लगाने में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जुट गया है। ऐसे में विपक्षी दलों के प्रत्याशियों के लिए भी चुनौती बढ़ गई है। इस बार भी अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित इस सीट पर चुनावी घमासान आसान नहीं होगा।

चकिया के साड़ाडीह गांव निवासी कैलाश आचार्य पेशे से शिक्षक रहे। बचपन से ही आरएसएस से उनका जुड़ाव रहा। हालांकि, सक्रिय राजनीति से हमेशा दूर रहे। उनकी ईमानदार छवि व नए चेहरे को मैदान में लाने की नीयत से संगठन ने इस बार उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया है। राजनीति में धनबल व बाहुबल के बढ़ते प्रभाव के बीच कैलाश आचार्य के लिए विधानसभा का चुनाव चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में संगठन के साथ ही आरएसएस भी चुनावी प्रचार-प्रसार की मानीटरिंग में जुट गया है। पार्टी के दिग्गज नेता तो आचार्य के प्रचार-प्रसार में जुटे ही हैं। साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सटीक रणनीति इसे और कारगर बना रही है। इससे चुनाव से पहले तक लोगों के लिए अनजान व गुमनाम रहे आचार्य का नाम अब लोगों की जुबां पर आ गया है।

विधायक का टिकट काटकर आचार्य पर जताया भरोसा
भारतीय जनता पार्टी ने विधायक शारदा प्रसाद का टिकट काटकर कैलाश आचार्य को प्रत्याशी बनाया है। अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित चकिया विधानसभा सीट से दावेदारों की कमी नहीं थी। वर्तमान विधायक के साथ ही आधा दर्जन नेता व कार्यकर्ता अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे। संगठन ने काफी मंथन के बाद सभी पर तरजीह देते हुए आचार्य को प्रत्याशी घोषित किया।

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