
चंदौली। बलुआ पुलिस ने सराय टेढ़ी पुलिया के पास बुधवार को दो जालसाज पिता-पत्र को गिरफ्तार कर लिया। दोनों रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर युवाओं से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं। उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र पकड़ा देते थे। पुलिस ने उनके पास से एटीएम कार्ड व पैसे के लेन-देन से संबंधित पर्ची बरामद की है।

पुलिस के अनुसार बलुआ थाना के रैया गांव निवासी पारसनाथ यादव व उसका पुत्र भुपेंद्र यादव काफी दिनों से भोले-भाले नौजवानों को नौकरी के नाम पर ठगने का काम कर रहे थे। इसको लेकर उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज था। बुधवार को सूचना के बाद दोनों को घेरेबंदी कर पुलिया के समीप गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें थाने लाकर कड़ाई से पूछताछ की गई। मुख्य आरोपित पारसनाथ यादव सेना से सेवानिवृत्त है। बताया कि 1995 में सेना में भर्ती हुआ था। 2012 में रिटायर हुआ। इसके बाद से ही सिद्धार्थनगर जिले में बैंक में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता है। एक बार सिद्धार्थनगर से ट्रेन से वापस घर आ रहा था। उसी दौरान देवरिया जिले के भटनी थाना के महदेवा साहोपार निवासी अर्जुन सिंह से उसकी मुलाकात हुई। अर्जुन ने बताया कि रेलवे भर्ती बोर्ड दिल्ली में उसके कई परिचित लोग हैं। उनके सहयोग से भर्ती कराकर पैसे कमाते हैं। मुख्य आरोपित ने बताया कि अर्जुन की बात सुनने के बाद मैनें भी अपने गांव व आसपास के कई युवाओं से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच से दस लाख रुपये तक लिए। उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र पकड़ा दिया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस टीम में एसओ राजीव कुमार सिंह, उपनिरीक्षक राजेंद्र कुमार सिंह समेत अन्य रहे।
