चंदौली। अतिपिछड़ा जिला कौशल विकास व रोजगार के मामले में प्रदेश में काफी आगे निकल गया है। इसकी बदौलत से कौशल विकास मंत्रालय की ओर से सर्टिफिकेट आफ एक्सीलेंस दिया गया है। कौशल विकास व उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव ने गुरुवार को नई दिल्ली स्थित डा. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी संजीव सिंह को डीएसडीपी पुरस्कार दिया। इस उपलब्धि से अधिकारी गदगद हैं।
भारत सरकार के कौशल विकास व उद्यमशीलता मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में जनपद की स्किल गैप को ध्यान में रखते हुए जिला कौशल विकास योजना डीएसडीपी का प्रस्ताव आमंत्रित किया था। इसके क्रम में जनपद के विभिन्न विभागों से समन्वय व कनर्वजेन्स स्थापित करते हुए जनपद में उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षण हेतु ट्रेडों का चयन किया गया। वहीं जिलाधिकारी की ओर से भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था। वहीं जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी की ओर से जिले में कृषि, ओडीओपी, हैंडिक्राफ्ट आदि ट्रेडों पर चर्चा करते हुए 15 मिनट का प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया था। देश के अन्य जिलों से आए प्रस्तावों की तुलना में जिले का प्रजेंटेशन खरा उतरा। इस पर मंत्रालय की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि यह आपसी समन्वय व बेहतर सोच के साथ काम करने का परिणाम है। इसे भविष्य में भी कायम रखने का पूरा प्रयास किया जाएगा। अधिकारी पूरी मेहनत व ईमानदारी के साथ काम करें।