चंदौली। लेफ्ट कर्मनाशा नहर से निकली बियासड़ माइनर का पानी टेल तक नहीं पहुंच पा रहा है। इससे खरीफ सीजन में किसानों के लिए परेशानी बढ़ गई है। पानी के अभाव में धान की रोपाई का काम बाधित है। वहीं जिन किसानों ने रोपाई कर ली है, उन्हें सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा। ऐसे में धान सूखने का खतरा बढ़ गया है। इससे किसान आक्रोशित हैं।
लेफ्ट कर्मनाशा नहर से बियासड़ के समीप निकली माइनर देवतापुर-कमती होते हुए घटमापुर तक जाती है। हालांकि माइनर में बियासड़ के बाद पानी नहीं है। कारण, बियासड़ के पास माइनर से निकली नालियों का पटरा गायब हो गया है, इससे नहर का सारा पानी नालियों के जरिए निकल जा रहा है। इससे आगे पानी नहीं पहुंच पा रहा। इससे धान की रोपाई बाधित है। नहर से सिंचाई पर आश्रित लगभग 50 से 60 गांवों के किसानों के सैकड़ों बीघा खेतों की रोपाई नहीं हो पाई है। इससे किसान परेशान हैं। देवतापुर के किसान महेंद्रनाथ दुबे, राजेंद्र प्रसाद दुबे का कहना रहा कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की वजह से ऐसी स्थिति है। यदि समस्या का समाधान नहीं किया गया तो धान की रोपाई में मुश्किल होगी। कमती के किसान नरेन्द्र पाठक, शिवानंद, भरुहिया के हेमंत सिंह, हथेड़ा के ओंकार दुबे, निरंकार दुबे आदि ने संबंधित अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पटरा की व्यवस्था कर टेल तक माइनर का पानी पहुंचाने की मांग की है।